कैथल,13 जून (हि.स.)। सिख युवक की पिटाई के बाद उसे खालिस्तानी बताने के मामले में बुधवार को एचएसजीपीसी के हस्तक्षेप के बाद गुरुवार को अकाली दल बदल के नेता भी कैथल पहुंचे। गुरूद्वारा नीम साहब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिरोमणी अकाली दल (बादल) हरियाणा के प्रधान शरणजीत सिंह सौथा ने प्रशासन से सिख युवक की पिटाई करने वाले लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की।
प्रधान शरणजीत सौथा ने कहा कि उन्होंने इस सारे प्रकरण को लेकर एक 10 मेंबरी कमेटी बनाई है। इस कमेटी में अकाली दल के सदस्य, किसान नेता व सिख संगत के लोग शामिल रहेंगे। कमेटी प्रशासनिक, सामाजिक व कानूनी लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि जब तक मजबूती से केस नहीं बनता तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। प्रधान ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर आपसी भाईचारा खराब कर रही है।
सिख समाज के लोग इस तरह के राजनीतिक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। इस तरह से सिखों को राजनीतिक निशाना बनाना सरासर गलत है। एसजीपीसी अमृतसर के सीनियर उप प्रधान हरभजन सिंह मसाणा ने सिख संगत की बैठक कर फैसला लिया है कि 10 मेंबरीकमेटी इस मामले में हस्तक्षेप करके कानून लड़ाई लड़ेगी और जब तक कोई मजबूत केस नहीं बनता तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर उनके साथ सरदार गुरमीत सिंह महासचिव, गुरनाम सिंह गुराया पूर्व प्रधान गुरूद्वारा नीम साहब कैथल, सुखविन्द्र सिंह, बलराज सिंह पूर्व सरपंच पोलड़ आदि भी उपस्थित थे।
डीएसपी गुरविंदर सिंह ने कहा कि घटना के बाद पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली थी। मौके के गवाहों से पुलिस ने पूछताछ की थी। आरोपियों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।एसएचओ सिविल लाइन और एसआईटी मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। सिख संगठन मामले में धारा 307 जोड़ने की मांग कर रहे हैं। इस पर कानूनी सलाह ली जा रही है। उसके बाद उचित होगा तो धारा जोड़ दी जाएगी।