अमेरिका में बर्ड फ्लू यानी H5N1 वायरस मवेशियों में फैला था. हजारों जानवर मारे गये. जिसके बाद यह वायरस डेनमार्क और कनाडा में जानवरों में भी देखा गया। यह बेहद चिंता का विषय है क्योंकि बर्ड फ्लू आमतौर पर पक्षियों में पाया जाता है। अब बर्ड फ्लू ने चिंता बढ़ा दी है क्योंकि भारत में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हो गई है.
भारत में पाया गया बर्ड फ्लू!!
गौरतलब है कि मेक्सिको में इस वायरस से एक व्यक्ति की मौत हो गई. यह पहला मामला था जब बर्ड फ्लू के कारण किसी व्यक्ति की मौत हुई। इस मामले में जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट दिया था तो अब भारत में भी एक बच्चे में इस वायरस की पुष्टि हुई है. पश्चिम बंगाल में 4 साल के बच्चे में H5N1 वायरस पाया गया है. फिर इतनी अधिक आबादी वाले देश में यह वायरस इंसानों में पाया जाता है, इसकी चिंता बढ़ गई है।
भारत में यह दूसरा मामला है
गौरतलब है कि भारत में साल 2019 में एक मामला सामने आया था जबकि आज दूसरा मामला सामने आया है. एक अकाउंट के मुताबिक दुनिया भर में जानवरों में बर्ड फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं और अब इंसान भी इससे संक्रमित हो रहे हैं. इस नई महामारी का खतरा मंडरा रहा है.
कहां से आया बर्ड फ्लू?
बर्ड फ्लू का पहला मामला 1996 में चीन के गुआंगडोंग में एक पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों में पाया गया था। 1997 में इस वायरस से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. साल 2020 में इस वायरस के कई म्यूटेशन पाए गए और साल 2022 तक ये पक्षियों में पाए जाने लगे. इस बीच अमेरिका में भी इस वायरस के मामले बढ़ते जा रहे थे. लेकिन पिछले एक साल में H5N1 वायरस के लाखों मामले सामने आ रहे हैं. बड़ी संख्या में पशु-पक्षी इससे संक्रमित हो रहे हैं. लेकिन मनुष्यों में संक्रमण ने महत्वपूर्ण चिंताएँ बढ़ा दी हैं। इसको लेकर विशेषज्ञों ने अलर्ट किया है.
कितना खतरनाक है वायरस?
मिली जानकारी के मुताबिक बर्ड फ्लू इंसानों के लिए बेहद खतरनाक है. इसमें मृत्यु दर कोविड से कई गुना ज़्यादा है. इससे पहले इस वायरस के मामले इंसानों में नहीं देखे गए थे. लेकिन अब मैक्सिको के बाद भारत में एक मामला सामने आया है. ऐसे में सावधानी बरतने की जरूरत है, अब इस वायरस से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे.
क्या लक्षण हैं?
- बुखार
- सांस लेने में दिक्क्त
- खाँसी
- ठंडा
- सिरदर्द