अयोध्या समाचार: अयोध्या में एनएसजी केंद्र खोलना चाहती है सरकार?

केंद्र की एनडीए सरकार रामनगरी अयोध्या में बड़ा फैसला ले सकती है. सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का एक केंद्र शुरू किया जा सकता है. तो फिर सवाल उठता है कि आखिर क्यों अयोध्या में एनएसजी सेंटर खोलने को मजबूर होना पड़ा. हालांकि इस मामले में अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है लेकिन सूत्रों के जरिए ये जानकारी मिल रही है.

एनएसजी क्यों खोलना चाहता है सेंटर?

सूत्रों के मुताबिक सरकार अयोध्या में एनएसजी सेंटर खोलना चाहती है ताकि आपात स्थिति में एनएसजी तुरंत नजदीकी धार्मिक स्थलों तक पहुंच सके. मकसद सुरक्षा बलों का केंद्र अयोध्या में रखना है ताकि एनएसजी जल्द से जल्द रामनगरी, वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा समेत सभी इलाकों तक पहुंच सके.

यूपीएसएसएफ के पास राम मंदिर की सुरक्षा

गौरतलब है कि फिलहाल राम मंदिर की सुरक्षा यूपीएसएसएफ और यूपी पुलिस के जिम्मे है. इस साल 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में राम मंदिर का उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई. जिसके बाद हजारों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आ रहे हैं. उस स्थिति में एनएसजी केंद्र द्वारा किसी भी आपातकालीन स्थिति से तत्काल प्रभाव से निपटा जा सकता है।

यूपीएसएसएफ क्या है?

उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल यानी यूपीएसएसएफ. यूपीएसएसएफ को योगी सरकार ने मंजूरी दे दी है. अब तक इसकी गोरखपुर, प्रयागराज, मथुरा, सहारनपुर और लखनऊ में लगभग 10,000 सैनिकों वाली बटालियनें हैं। जिसके लिए चयनित उम्मीदवारों को निर्धारित प्रशिक्षण से गुजरना होगा। चयनित अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया जाए। यह 9 महीने का प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसमें 6 महीने की फाउंडेशन ट्रेनिंग और 3 महीने की विशेष ट्रेनिंग शामिल है। विशेष प्रशिक्षण में स्नाइपर, बीडीडीएस, एएस चेक और कमांडो प्रशिक्षण आदि शामिल हैं।

एनएसजी क्या है?

एनएसजी का गठन आतंकवाद विरोधी गतिविधियों के लिए किया गया था। वर्ष 1984 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एनएसजी के गठन का निर्णय लिया। एनएसजी के लिए एक विधेयक अगस्त 1986 में संसद में पेश किया गया था और 22 सितंबर 1986 को राष्ट्रपति की सहमति प्राप्त हुई और उसी दिन से राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) औपचारिक रूप से अस्तित्व में आया।