मंदिर की राजनीति करने वालों को अयोध्या की जनता ने सबक सिखाया, मैं डर गया था..: शरद पवार

लोकसभा चुनाव 2024: उत्तर प्रदेश की फैजाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी की हार अभी भी चर्चा में है. वजह ये है कि इसी लोकसभा सीट के अंतर्गत अयोध्या भी आती है जहां राम मंदिर बनाया गया है. बीजेपी नेता अपने भाषण में लगातार राम मंदिर का जिक्र कर रहे थे और इसकी चर्चा हो रही थी. ऐसे में अयोध्या की हार ने बीजेपी समेत सभी को चौंका दिया है. अब एनसीपी नेता शरद पवार ने भी इस पर टिप्पणी की है और नतीजे को अयोध्या के मतदाताओं की समझदारी बताया है. उन्होंने कहा कि अयोध्या के लोगों ने बीजेपी उम्मीदवार को हराकर दिखा दिया है कि ‘मंदिर की राजनीति’ को कैसे ठीक किया जा सकता है.

हमारे देश के लोग बहुत समझदार हैं

बारामती में एक सभा में पवार ने कहा कि बीजेपी ने पांच साल पहले 300 से ज्यादा सीटें जीती थीं लेकिन इस बार उसकी सीटों की संख्या घटकर 240 रह गई है जो बहुमत से काफी कम है. उन्होंने कहा, मैं सोच रहा था कि राम मंदिर चुनावी एजेंडा होगा और सत्तारूढ़ दल को वोट मिलेंगे लेकिन हमारे देश की जनता बहुत समझदार है. पवार ने कहा कि जब लोगों को एहसास हुआ कि मंदिर के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं, तो उन्होंने अलग रास्ता अपनाने का फैसला किया और बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. 

अयोध्या की जनता ने मंदिर राजनेताओं को सबक सिखाया

फैजाबाद संसदीय क्षेत्र में एक बड़े उलटफेर में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने बीजेपी सांसद लल्लू सिंह को 54,567 वोटों के अंतर से हरा दिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हम वोट मांगने के लिए मंदिरों को चुनावी एजेंडे के रूप में इस्तेमाल करने से डरते थे, लेकिन अयोध्या के लोगों ने उन्हें दिखाया कि ‘मंदिर की राजनीति’ को कैसे ठीक किया जाए।” वहीं उन्होंने उम्मीद जताई कि नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल स्थिर होगा और उनकी सरकार पांच साल तक चलेगी. 

राजनीति में मतभेद होते रहते हैं

पवार ने कहा, मैंने चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई मेरी आलोचना को महत्व नहीं दिया है और मेरा ध्यान उचित सहायता के साथ क्षेत्र में व्यापार और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने पर होगा। पवार ने कहा कि राजनीति में मतभेद होते हैं लेकिन अर्थव्यवस्था मजबूत होनी चाहिए. एक मजबूत अर्थव्यवस्था व्यापार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देती है और आज हम सभी यही उम्मीद करते हैं। मुझे उम्मीद है, सरकार स्थिर रहेगी और वे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उचित कदम उठाएंगे।