दरअसल, एक नए शोध के मुताबिक, हाथी एक-दूसरे को अलग-अलग नामों से बुलाते हैं, जो वे अपने साथी हाथियों के नाम पर रखते हैं।
शोधकर्ताओं ने केन्या में अफ्रीकी सवाना हाथियों के दो झुंडों की आवाज़ का विश्लेषण करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता एल्गोरिदम का उपयोग किया।
इस अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि डॉल्फ़िन और तोते को अपनी प्रजाति के अन्य सदस्यों की आवाज़ की नकल करके एक-दूसरे को संबोधित करते देखा गया। दूसरी ओर, हाथी पहले गैर-मानवीय जानवर हैं जो गैर-अनुकरणीय नामों का उपयोग करते हैं।
शोध में शामिल माइकल पार्डो के अनुसार, शोध यह नहीं दिखाता है कि हाथी प्रत्येक हाथी के लिए विशिष्ट ध्वनियों का उपयोग करते हैं, बल्कि यह कि वे उनके लिए बनाई गई ध्वनियों को पहचानते हैं और उन पर प्रतिक्रिया करते हैं। जबकि दूसरों को की गई कॉल को नजरअंदाज कर दिया जाता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि हाथी सिर्फ आवाज सुनकर ही बता सकते हैं कि आवाज उनके लिए है या नहीं। आपको बता दें कि हाथी कई तरह की आवाजें निकालते हैं, जिनमें ऊंची दहाड़ से लेकर इतनी तेज दहाड़ होती है कि इंसान उसे सुन नहीं पाते।