नई दिल्ली, 10 जून (हि.स.)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने सोमवार को कहा कि देश में संपूर्ण गुणवत्ता प्रणाली को मजबूत करने की जरूरत है।
भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई) के ‘विश्व प्रमाणन दिवस’ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मानक प्रथाओं से आगे जाने और प्रक्रियाओं को विकसित करने की जरूरत है। क्यूसीआई ने देश के 20 से अधिक शहरों में विश्व प्रत्यायन दिवस मनाया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि राजधानी नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम का विषय था “प्रत्यायन: कल को सशक्त बनाना और भविष्य को आकार देना”, जिसका उद्घाटन डीपीआईआईटी के सचिव राजेश कुमार सिंह ने किया।
इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास, भारतीय गुणवत्ता परिषद के अध्यक्ष जैक्सय शाह के साथ-साथ कई उद्योग जगत के नेता, सरकारी अधिकारी और कंपनी प्रमुख मौजूद थे, जिन्होंने सभी क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता को आकार देने में प्रत्यायन की भूमिका पर चर्चा की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजेश कुमार सिंह ने मानक प्रथाओं से आगे जाने और ऐसी प्रक्रियाएं विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जो हमें भीड़ से अलग खड़ा कर सकें। उन्होंने अपने संबोधन में उल्लेख किया कि मान्यता निकाय और संपूर्ण गुणवत्ता प्रणाली को मजबूत करना न केवल एक जरूरत है बल्कि उत्कृष्टता की ओर एक रणनीतिक कदम है।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार और भारतीय उद्योग द्वारा 1997 में स्थापित भारतीय गुणवत्ता परिषद, देश में एक शीर्ष संगठन है, जो तीसरे पक्ष की राष्ट्रीय मान्यता प्रणाली की स्थापना और संचालन, सभी क्षेत्रों में गुणवत्ता में सुधार और गुणवत्ता से संबंधित सभी मामलों पर सरकार और अन्य हितधारकों को सलाह देने के लिए जिम्मेदार है।