मुंबई, 10 जून (हि. स.)। शिवसेना (शिंदे समूह) के नेता संजय निरुपम ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी के विधायकों के शिवसेना (यूबीटी) में जाने की अटकलें सिर्फ अफवाह हैं। शिवसेना (यूबीटी) की ओर से इस तरह का कुप्रचार किया जा रहा है, जबकि कोई भी शिवसेना शिंदे गुट का विधायक उद्धव ठाकरे की पार्टी में नहीं जाना चाहता है।
संजय निरुपम ने कहा, “यह शिवसेना (यूबीटी) का दुष्प्रचार और अफवाह है, शिवसेना का एक भी विधायक उद्धव ठाकरे की पार्टी के संपर्क में नहीं है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के संदर्भ में मैं 100 फीसदी गारंटी के साथ कह सकता हूं कि कोई विधायक उधर जाने के लिए तैयार नहीं है। जो रोज़ ऐसी अफवाहें उड़ा रहे हैं उन्हें मैं चुनौती देता हूं कि किसी एक विधायक का नाम बताएं।”
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने यह प्रतिक्रिया शिवसेना (यूबीटी) की उपनेता सुषमा अंधारे के उस बयान पर दी है, जिसमें शिंदे समूह से करीब छह विधायक उनकी पार्टी में आना चाहते हैं। इन सबके बारे में सोच समझ कर पार्टी नेतृत्व निर्णय ले सकती है।
इसी तरह कांग्रेस नेता पवन खेड़ा बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि, ” वर्ष 2019 में जब शिवसेना का विभाजन नहीं हुआ था और उद्धव ठाकरे शिवसेना अध्यक्ष थे, तब पार्टी के 18 सांसद चुने गए थे। तो क्या भाजपा ने शिवसेना से 18 मंत्री बनाए थे? उस समय भी सिर्फ़ एक मंत्री था। इससे क्या फर्क़ पड़ता है कि वह कैबिनेट मंत्री है या स्वतंत्र प्रभार वाला मंत्री? स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री के पास मंत्रालय के सभी अधिकार, सभी ज़िम्मेदारियाँ होती हैं। वह मंत्रालय का मुखिया होता है। बस नाम का फर्क़ है। मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे ने बेहतर सौदेबाज़ी की और बेहतर नतीजे पाए।” अगर कांग्रेस पार्टी इस तरह के कुतर्कों के ज़रिए अपना नैरेटिव सेट करना चाहती है, तो उन्हें बधाई। इससे कोई फर्क़ नहीं पड़ता। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी तीसरी पारी शुरू कर दी है। यह 3.0 है। बकवास का कोई मतलब नहीं है। “