फरीदाबाद, 10 जून (हि.स.)। बल्लभगढ़ के सेक्टर-3 में हाईटेंशन बिजली लाइन की चपेट में आने से बीते करीब 7 सालों में एक दर्जन निर्दोष नागरिकों की मौत हो चुकी है। रविवार को भी मकान नंबर 503 में एक मजदूर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया। सोमवार को लोगाें ने एचवीपीएन के एसई के सेक्टर-18 के कार्यालय का घेराव किया।
भाटिया कालोनी बल्लभगढ़ में रहने वाला सिंटू नाम का यह मजदूर एम्स के ट्रामा सेंटर में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। जुलाई, 2022 में भी चार मजदूर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए थे। जिसमें तीन मौत के मुंह में चले गए थे। सेक्टर 3 के नागरिकों ने रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान सुभाष लांबा व सचिव रतनलाल राणा के नेतृत्व में सोमवार को एचवीपीएन के एसई के सेक्टर-18 के कार्यालय का घेराव किया और इन हादसों व मौतों के जिम्मेदार सरकार व निगम के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। नागरिकों का आक्रोश तब और बढ़ गया, जब उनका मालूम हुआ की एसई अतुल अग्रवाल आफिस में मौजूद नहीं है। नागरिकों का कहना था कि पांच फरवरी को एसई ने शीध्र लाईन शिफ्ट करवाने का आश्वासन दिया था। उसके बाद एसई ने फेडरेशन के प्रधान व सचिव के फोन उठाने ही बंद कर दिए।
प्रदर्शन के दौरान एक्सईएन दीपक गर्ग मौके पर पहुंचे और उन्होंने स्थिति को बड़ी मुश्किल से संभाला। क्योंकि बड़ी संख्या में प्रदर्शन में शामिल महिलाएं काफी गुस्से में थी। क्योंकि उनके मकानों का कई लाख रुपए के उपकरण जल कर राख हो गए हैं। एक्सईएन ने आक्रोशित नागरिकों के बीच आकर लिखित में आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर हाईटेंशन लाइन शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान सुभाष लांबा व सचिव रतनलाल राणा ने एक दर्जन मौतों के लिए पुरी तरह से हरियाणा विधुत प्रसारण निगम के अधिकारियों को जि़म्मेदार ठहराया। फेडरेशन के लंबे संधर्ष के बाद एचएसवीपी (हुड्डा ) ने लाइन शिफ्ट करने के लिए मार्च, 2022 में एचवीपीएन को 42 लाख रुपए जमा कराए थे। लेकिन फेडरेशन के बेनर तले नागरिकों द्वारा लगातार प्रयासों के बावजूद लाइन शिफ्ट नहीं की गई। जिससे यह हादसे हो रहे हैं। रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान लांबा ने बताया कि हादसा इतना तेज था कि इसके साथ ही आसपास मकान नंबर 501,502, 504 व 505 के इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रानिक के लाखों के उपकरण भी जल कर राख हो गए।