केंद्र में दूसरी बार मंत्री बनीं अन्नपूर्णा देवी

कोडरमा, 9 जून (हि. स.)। स्थानीय सांसद अन्नपूर्णा देवी लगातार दूसरी बार सांसद बनकर नरेंद्र मोदी कैबिनेट में दूसरी बार मंत्री भी बनी हैं। अब एक बार फिर स्थानीय लोगों के साथ ही झारखंड के लोगों की अपेक्षाएं बढ़ी हैं।

लगातार दूसरी बार जीता लोकसभा चुनाव

कोडरमा लोकसभा सीट से इस बार भाजपा की अन्नपूर्णा देवी ने 376240 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने महागठबंधन की ओर से भाकपा माले प्रत्याशी विनोद सिंह को पराजित किया। इसके पहले 2019 में भी कोडरमा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की अन्नपूर्णा देवी ने परचम लहराया था। उन्होंने तब जेवीएम के बाबूलाल मरांडी को 455600 वोटों से हराया था।

कैसा रहा है अन्नपूर्णा देवी का राजनीतिक सफर

साल 1998 में पति रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद राजनीति में आने वाली अन्नपूर्णा देवी ने गृहिणी से विधायक, मंत्री, सांसद और केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय किया है। कोडरमा विधानसभा और लोकसभा दोनों का प्रतिनिधित्व कर चुकीं हैं। बिहार सरकार और झारखंड सरकार में मंत्री रहीं और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में भी मंत्री बनीं। अन्नपूर्णा देवी ने 2019 का लोकसभा चुनाव झारखंड की कोडरमा सीट से लड़ा और जीत दर्ज की। 2019 से पहले वह लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की प्रदेश अध्यक्ष थीं। उनके पति रमेश प्रसाद यादव वर्ष 1990 से 98 तक कोडरमा के विधायक रहे थे। पति के निधन के बाद 1998 में उन्होंने पहली बार विधानसभा का उपचुनाव लड़ा और बड़े अंतर से जीत हासिल की। इसके बाद उन्होंने 2000, 2005 और 2009 में विधानसभा का चुनाव जीता। वर्ष 2000 में एकीकृत बिहार में राबड़ी देवी सरकार में खान एवं भू तत्व राज्य मंत्री रहीं। उसी साल राज्य का बंटवारा हुआ और मंत्री पद चला गया। जुलाई 2013 में हेमंत सोरेन की सरकार में अन्नपूर्णा देवी राज्य की जल संसाधन, महिला एवं बाल विकास मंत्री बनी। हांलाकि 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में वह भाजपा की नीरा यादव से चुनाव हार गयीं। साल 2019 में राजद की प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने बड़ा राजनीतिक फैसला लिया और भाजपा में शामिल हो गयीं। तब उन्होंने दिग्गज नेता बाबूलाल मरांडी को बड़े अंतर से हराया। उन्हें बाद में भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष और फिर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया।

जीवन वृत्त

जन्म 2 फरवरी 1970, जन्म स्थान अजमेरी, प्रखंड मसोइया (दुमका), पिता तारा प्रसन्न महतो, माता रेवती देवी, दो भाई सात बहनों में सबसे छोटी, पति स्व रमेश प्रसाद यादव, पुत्री श्वेता, पुत्र मयंक और सौरभ, शिक्षा एमए 2003 रांची विश्वविद्यालय से। विधायक बनीं 1998, 2000, 2005 और 2009 में। मंत्री बनीं 2000 में बिहार एकीकृत में खनन एवं भू तत्व विभाग, 2013 में झारखंड में जल संसाधन, महिला एवं बाल विकास मंत्री। सांसद बनीं 2019 और 2024 में। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री 2021 में और अब पुनः 2024 में केंद्रीय मंत्री।