एनडीए ने कैबिनेट में बंटवारे का फॉर्मूला तय कर लिया है. 9 जून को नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ एनडीए के 14 सहयोगी दलों के 18 सांसद मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. हालांकि, अभी तक इस बारे में आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है।
टीडीपी सांसद- कितने मंत्री बनेंगे
टीडीपी के एक सांसद ने दावा किया कि किस पार्टी से कितने सांसद मंत्री बनेंगे, इसका फॉर्मूला पहले ही तय हो चुका है. सभी ने इस बात पर सहमति जताई है कि पीएम मोदी जो जिम्मेदारी देंगे, वे उसे निभाने के लिए तैयार हैं।
किस पार्टी से कितने मंत्री
बीजेपी अपने सहयोगियों को 7 कैबिनेट और 11 स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रालय दे सकती है. जबकि बीजेपी 18 मंत्रालय अपने पास रख सकती है. गृह, रक्षा, विदेश जैसे प्रमुख मंत्रालय बीजेपी अपने ही सांसदों को दे सकती है. जानिए एनडीए के प्रमुख दलों को मिल सकते हैं कितने मंत्रालय?
बीजेपी- 18 (कैबिनेट और स्वतंत्र प्रभार)
टीडीपी- 2
जेडीयू-2
एलजेपी-1
एसएचएस-1
एनसीपी-1
जेडीएस-1
(अन्य दलों को भी मिल सकता है मंत्री पद)
जेडीयू मांग चुकी है रेल मंत्रालय
जेडीयू सांसद लवली आनंद और उनके पति आनंद मोहन पहले ही रेल मंत्रालय की मांग कर चुके हैं. आनंद मोहन ने कहा कि एलएन मिश्रा, राम विलास पासवान और नीतीश कुमार रेल मंत्री रह चुके हैं और उनके अधूरे कामों को पूरा करने के लिए बिहार को रेल मंत्रालय मिलना चाहिए.
यह मंत्रालय बीजेपी
के पास रह सकता है, जबकि सूत्रों का दावा है कि बीजेपी गृह, विदेश, रक्षा और वित्त, रेलवे, सूचना प्रौद्योगिकी, सड़क परिवहन, कानून और शिक्षा मंत्रालय अपने पास रखेगी. ताकि सरकार चलाने में आसानी हो.