सोशल मीडिया विवाद: राजनीति में किसी पार्टी को ज्यादा सीटें मिलने पर खुशी मनाना और कम सीटें मिलने पर लोग आलोचना करना आम बात है। विवाद तब खड़ा हो गया जब बीजेपी के प्रदेश संगठन महामंत्री रत्नाकर ने सोशल मीडिया पर द्विअर्थी पोस्ट डाल दी. और आख़िरकार उस पोस्ट को डिलीट करने पर मजबूर होना पड़ा.
लोकसभा में बीजेपी की कम सीटों ने कुछ नेताओं के पेट में गैस डाल दी है. पोस्ट से लग रहा है कि रत्नाकर विकास की राजनीति में हार से हताश हैं. सचिवालय में इस बात पर तीखी बहस हुई कि उन्होंने कुत्ते की तुलना किससे की. सोशल मीडिया पर एक नवनिर्मित सड़क पर कुत्ते के कदमों की तस्वीर पोस्ट करते हुए, रत्नाकर ने इसे कैप्शन दिया, “कितना भी अच्छा काम किया हो, लेकिन कुछ लोगों का उसे कोई लेना-देना नहीं होता है…” उन्होंने आगे लिखा ” इस तस्वीर से हमें यह सीख मिलती है कि कुत्तों के विकास का कोई मतलब नहीं है…”
इस पोस्ट से विवाद खड़ा हो गया
विपक्ष ने इस पोस्ट को वोटरों से जोड़कर बीजेपी नेता को निशाने पर ले लिया है. इस पोस्ट के चलते रत्नाकर के अकाउंट हैंडल पर भी कमेंट्स की बाढ़ आ गई. सोशल मीडिया पर विवाद बढ़ने से कुछ घंटे पहले ही रत्नाकर ने पोस्ट डिलीट कर दी। सचिवालय में कर्मचारी भी इस पद का लुत्फ उठा रहे थे.