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जैसे आपने कई बार सुना होगा कि किसी भी चीज की अधिकता हानिकारक होती है, वैसे ही बहुत ज्यादा पानी पीना भी आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। बेशक पानी पीने के कई फायदे हैं लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा पानी पीने लगते हैं तो यह आपको फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है।
![शरीर की पानी सोखने की अपनी क्षमता होती है। अगर आप मात्रा का ध्यान रखे बिना पानी पीना शुरू कर देते हैं तो शरीर में पानी जमा होने लगता है। विज्ञान की भाषा में इसे जल नशा कहा जाता है। शरीर में पानी की कमी हो या ज्यादा, हर स्थिति में शरीर कुछ संकेत देता है, आइए जानते हैं इसके बारे में।](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/06/0c65ce141904be451d5ecbe7684f3d29ca824.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
शरीर की पानी सोखने की अपनी क्षमता होती है। अगर आप मात्रा का ध्यान रखे बिना पानी पीना शुरू कर देते हैं तो शरीर में पानी जमा होने लगता है। विज्ञान की भाषा में इसे जल नशा कहा जाता है। शरीर में पानी की कमी हो या ज्यादा, हर स्थिति में शरीर कुछ संकेत देता है, आइए जानते हैं इसके बारे में।
![जल नशा की समस्या तब होती है जब हम बहुत अधिक पानी पीते हैं। यह मस्तिष्क के कार्य में बाधा डालता है। अधिक पानी पीने से खून में पानी की मात्रा बढ़ जाती है। यह रक्त में इलेक्ट्रोलाइट्स, विशेषकर सोडियम को पतला कर सकता है।](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/06/319342e72144de2e7293efc43a7050a71c1c2.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जल नशा की समस्या तब होती है जब हम बहुत अधिक पानी पीते हैं। यह मस्तिष्क के कार्य में बाधा डालता है। अधिक पानी पीने से खून में पानी की मात्रा बढ़ जाती है। यह रक्त में इलेक्ट्रोलाइट्स, विशेषकर सोडियम को पतला कर सकता है।
![जिस तरह जब शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है तो उसे डिहाइड्रेशन कहते हैं, उसी तरह जब पानी की मात्रा बढ़ जाती है तो उसे ओवरहाइड्रेशन कहते हैं। जब आपके शरीर में बहुत अधिक पानी होता है, तो गुर्दे अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकालने में असमर्थ होते हैं। यह शरीर में जमा हो जाता है, जिससे मतली, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं।](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/06/2def3e6e84a6f7f5f76fdfcb0744dc6531d54.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जिस तरह जब शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है तो उसे डिहाइड्रेशन कहते हैं, उसी तरह जब पानी की मात्रा बढ़ जाती है तो उसे ओवरहाइड्रेशन कहते हैं। जब आपके शरीर में बहुत अधिक पानी होता है, तो गुर्दे अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकालने में असमर्थ होते हैं। यह शरीर में जमा हो जाता है, जिससे मतली, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
![आपको हाइड्रेशन और डिहाइड्रेशन दोनों ही स्थितियों में सिरदर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जब शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है तो नमक का स्तर कम हो जाता है, जिससे कोशिकाएं फूलने लगती हैं। इस सूजन के कारण कोशिकाएं बड़ी हो जाती हैं और मस्तिष्क की कोशिकाएं खोपड़ी पर दबाव डालती हैं। इस दबाव के कारण आपको लगातार सिरदर्द महसूस हो सकता है।](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/06/ea4a7e2025019d39a05a21f0f97e22632166a.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
आपको हाइड्रेशन और डिहाइड्रेशन दोनों ही स्थितियों में सिरदर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जब शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है तो नमक का स्तर कम हो जाता है, जिससे कोशिकाएं फूलने लगती हैं। इस सूजन के कारण कोशिकाएं बड़ी हो जाती हैं और मस्तिष्क की कोशिकाएं खोपड़ी पर दबाव डालती हैं। इस दबाव के कारण आपको लगातार सिरदर्द महसूस हो सकता है।
![बहुत अधिक पानी पीने से किडनी को पानी निकालने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसके कारण कई बार हार्मोन भी असंतुलित हो जाते हैं, जिससे आपको अधिक थकान महसूस हो सकती है।](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/06/f9f0fe72161f9a046ff109c51654ac3dfdeea.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बहुत अधिक पानी पीने से किडनी को पानी निकालने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसके कारण कई बार हार्मोन भी असंतुलित हो जाते हैं, जिससे आपको अधिक थकान महसूस हो सकती है।