नई दिल्ली: पवन ऊर्जा के कारोबार से जुड़ी कंपनी सुजलॉन एनर्जी एक जबरदस्त बदलाव की कहानी है। सुजलॉन एनर्जी, जो कभी 17,000 करोड़ रुपये से अधिक कर्ज में थी, अब कर्ज मुक्त है। साथ ही कंपनी के पास अब तक के सबसे ज्यादा ऑर्डर भी हैं। निवेशकों को रिटर्न देने के मामले में कंपनी पीछे नहीं है. सुजलॉन एनर्जी ने पिछले 4 साल में निवेशकों को 2300 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है। सुजलॉन एनर्जी के शेयरों का 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर 52.19 रुपये है। जबकि कंपनी के शेयरों का निचला स्तर 11.37 रुपये है।
3 अप्रैल 2020
को सुजलॉन एनर्जी के शेयर 2.02 रुपये पर थे । 6 जून 2024 को कंपनी के शेयर करीब 3 फीसदी की बढ़त के साथ 49.67 रुपये पर बंद हुए। सुजलॉन एनर्जी स्टॉक ने निवेशकों को 4 साल 2 महीने में 2359 फीसदी का रिटर्न दिया है। यदि किसी निवेशक ने 3 अप्रैल, 2020 को सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता और अपना निवेश बनाए रखा होता, तो 1 लाख रुपये का मूल्य आज बढ़कर 24.58 लाख रुपये हो गया होता। 6 जून को सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने 50.45 रुपये का स्तर छुआ.
एक साल में 245 फीसदी की तेजी
सुजलॉन एनर्जी के शेयर में पिछले एक साल में 245 फीसदी की तेजी आई है। 7 जून 2023 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी के शेयर 14.40 रुपये पर थे। 6 जून 2024 को सुजलॉन एनर्जी के शेयर 49.67 रुपये पर पहुंच गए. पिछले दो साल में कंपनी के शेयर में 495 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है. पवन ऊर्जा कारोबार से जुड़ी कंपनी के शेयर 3 जून 2022 को 8.34 रुपये पर थे. वहीं अब यह 49.67 रुपये पर पहुंच गया है. सुजलॉन एनर्जी का मार्केट कैप 67570 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. साल 2010 में कंपनी का मार्केट कैप 8000 करोड़ रुपये था.