लोकसभा चुनाव की मतगणना के रुझान एग्जिट पोल के अनुमान से कम रहने के कारण मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ और निफ्टी 6 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। मंगलवार का कारोबारी सत्र भारतीय शेयर बाजार के लिए घाटे वाला रहा। लोकसभा चुनाव के रुझान एग्जिट पोल के मुताबिक नहीं होने के कारण बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिली और निवेशकों को एक कारोबारी सत्र में 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
गिरावट कहां हुई?
बीएसई का मुख्य सूचकांक सेंसेक्स 4,389 अंक यानी 5.74 फीसदी गिरकर 72,079 अंक पर और एनएसई का मुख्य सूचकांक निफ्टी 1,379 अंक यानी 5.93 फीसदी फिसलकर 21,884 अंक पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बड़ी बिकवाली देखने को मिली है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 4,202 अंक यानी 7.88 फीसदी गिरकर 49,150 अंक पर और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 1,406 अंक यानी 8.23 फीसदी गिरकर 15,692 अंक पर बंद हुआ।
कौन से सूचकांक में सबसे अधिक गिरावट आई?
गिरावट का सबसे ज्यादा असर सरकारी बैंक, मेटल, एनर्जी, रियल्टी और इंफ्रा इंडेक्स पर देखने को मिला। ये 15 फीसदी तक की गिरावट के साथ बंद हुए। सिर्फ एफएमसीजी इंडेक्स हरे निशान में बंद हुआ। इसमें करीब एक फीसदी की तेजी रही। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का मार्केट कैप करीब 30 लाख करोड़ रुपये घटकर 396 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो पहले 426 लाख करोड़ रुपये था। बाजार में उतार-चढ़ाव को दर्शाने वाला इंडिया VIX 27 फीसदी की उछाल के साथ 26.74 अंकों पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में एनटीपीसी, एसबीआई, एलएंडटी, पावर ग्रिड, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक और रिलायंस टॉप लूजर रहे। एचयूएल, नेस्ले, टीसीएस, एशियन पेंट्स और सन फार्मा टॉप गेनर्स रहे।
बाजार विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
बाजार के जानकारों का कहना है कि बाजार को एनडीए की एकतरफा जीत की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस वजह से बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे का कहना है कि 22,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर काफी अहम रहने वाला है। अगर गिरावट इससे ज्यादा रही तो 21,400 से 21,500 का स्तर भी देखने को मिल सकता है। अगर बीजेपी आराम से चुनाव जीत जाती है तो ही बड़ी रिकवरी की संभावना है।