नई दिल्ली: क्या से क्या हो गया. लेकिन आज जो नतीजे आए हैं वो बीजेपी को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं. अब दलबदल कहां है, यह बहस का विषय है, लेकिन जिन राज्यों को लेकर भाजपा नेता मुखर थे, उनमें से केवल सबसे विश्वसनीय राज्यों ने ही उनका समर्थन नहीं किया। बीजेपी को एक-दो नहीं बल्कि कुल 4 बड़े राज्यों से इस नतीजे की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी.
चुनाव से पहले जनता किस तरफ जाएगी इसका सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है लेकिन नतीजे के दिन हकीकत का सामना करना पड़ता है. अब बीजेपी में नतीजों पर लंबे समय तक मंथन का दौर चलेगा, इसके कारण भी सामने आएंगे. लेकिन नतीजे बताते हैं कि बीजेपी को देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का समर्थन नहीं मिला है. इसके अलावा राजस्थान और महाराष्ट्र ने भी बीजेपी को झटका दिया है.
इन 4 राज्यों में बीजेपी को नहीं मिली सफलता!
बीजेपी को पश्चिम बंगाल से बेहतर नतीजों की उम्मीद थी, लेकिन एक बार फिर ममता बनर्जी ने बीजेपी को मात दे दी है. यानी यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में बीजेपी का सफाया हो गया है. जबकि 2019 के चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन इन राज्यों में सबसे अच्छा रहा था. बीजेपी को इस बार इन राज्यों से पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद थी. लेकिन झटका इतना बड़ा है कि बीजेपी को पिछले चुनाव से भी कम सीटें मिलती दिख रही हैं.
इन चार राज्यों में खराब प्रदर्शन के कारण बीजेपी बहुमत से दूर रह गई है। 2019 के चुनाव में बीजेपी को कुल 302 सीटें मिली थीं लेकिन इस बार 250 का आंकड़ा पार करना मुश्किल लग रहा है. रुझानों के मुताबिक, बीजेपी करीब 240 सीटें जीतती नजर आ रही है, यानी 2019 के मुकाबले बीजेपी को करीब 60 सीटें कम मिल सकती हैं। जबकि चुनाव से पहले एनडीए 400 पार का नारा दिया जा रहा था. लेकिन अब एनडीए 300 सीटों के लिए संघर्ष कर रही है और एनडीए का कुनबा 300 से नीचे रहने की संभावना है.
यूपी में बीजेपी को सबसे ज्यादा झटका
बीजेपी को सबसे ज्यादा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है. जहां एनडीए 80 लोकसभा सीटों में से आधी भी जीतती नजर नहीं आ रही है. पिछले चुनाव में जहां बीजेपी ने अकेले यूपी में 62 सीटें जीती थीं, वहीं इस बार वह 40 से भी कम सीटों पर सिमट गई है. इस तरह बीजेपी को यूपी में कम से कम 25 सीटों का नुकसान हुआ है.
2019 में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में 18 सीटें जीतीं. लेकिन इस बार ये 11 बजे ही थमता नजर आ रहा है. जबकि बीजेपी ने यहां अपनी पूरी ताकत लगा दी थी. 2019 में राजस्थान में बीजेपी गठबंधन ने सभी 25 सीटें जीतीं. लेकिन ऐसा लग रहा है कि इस चुनाव में सिर्फ 14 सीटें ही मिलेंगी. इसके अलावा महाराष्ट्र में बीजेपी को नुकसान हो रहा है, जबकि शिवसेना (उद्धव गुट) को फायदा मिलता दिख रहा है.