राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार ज्योतिर्मठ पहुंचे शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद महाराज

जोशीमठ, 03 जून (हि.स.)। अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार ज्योर्तिमठ पहुंचने पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज का भव्य स्वागत किया गया। नगर के प्रवेश द्वार से प्राचीन गद्दी स्थल ज्योर्तिमठ तक रथ के साथ शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान लोग भगवान श्री राम के भजनों पर झूमते हुए ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद महाराज के जयकारे लगा रहे थे।

प्राचीन गद्दी स्थल पर भक्तों को आशीर्वचन देते हुए वासुदेवानंद महाराज ने कहा कि मेरा तन चाहे कहीं भी रहे पर मेरा मन और प्राण हमेशा ज्योर्तिमठ में रहते हैं। उन्होंने कहा कि लंबे इंतजार के बाद भगवान राम अपने मंदिर में विराजे हैं यह संपूर्ण भारतवासियों के लिए गौरव का विषय है।

शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करवाने के बाद पहली बार ज्योर्तिमठ पहुंचे हैं। इस मौके पर यहां सात दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन भी होगा। 6 जून से 12 जून तक होने वाली श्री रामकथा के दौरान प्रतिदिन प्रातः 7 बजे से 12 बजे तक रामचरितमानस का मूल पाठ व दोपहर 2 बजे से श्री राम कथा होगी।