Traffic Challan Updte: अब पुलिस रात में नहीं काट सकेगी वाहनों का चालान, ट्रैफिक पुलिस को आदेश जारी

गुरुग्राम पुलिस अब रात में वाहनों के चालान नहीं काट पाएगी। चालान के नाम पर रात में वाहन चालकों को परेशान करने की शिकायतें मिलने के बाद डीसीपी ट्रैफिक ने रात में वाहनों के चालान न काटने के निर्देश दिए हैं। ताकि रात में वाहन चालकों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। पुलिस कर्मियों को चेतावनी दी गई है कि निर्देशों का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, रात में शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर पुलिस की सख्ती जारी रहेगी।

डीसीपी ट्रैफिक वीरेंद्र विज की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि यदि जरूरी हुआ तो उच्च अधिकारियों की अनुमति लेनी होगी, जिसके बाद ही चालान जारी किया जा सकेगा।

डीसीपी वीरेंद्र विज ने 28 मई को लिखे पत्र में कहा, “यातायात निरीक्षकों को आदेश दिए जाते हैं कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में अपने अधीन नियुक्त सभी कर्मचारियों को आदेश दें कि रात के समय किसी भी वाहन को न रोका जाए और न ही चालान काटा जाए। यदि मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार किसी वाहन चालक का चालान काटना बहुत जरूरी है तो उस स्थिति में संबंधित राजपत्रित अधिकारी/अधोहस्ताक्षरी के संज्ञान में लाकर अनुमति प्राप्त करने के बाद ही उस वाहन का चालान नियमानुसार काटा जाए।”

डीसीपी ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर कोई पुलिसकर्मी नियमों का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पत्र में कहा गया है कि आदेशों का सख्ती से पालन किया जाए। लापरवाही और लापरवाही बरतने पर संबंधित ट्रैफिक पुलिस अधिकारी के खिलाफ तुरंत प्रभाव से नियमानुसार सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

गुरुग्राम जिले में रात्रिकालीन यातायात को सुचारू बनाने तथा आम लोगों को सड़क यात्रा के दौरान होने वाली असुविधाओं के समाधान के लिए रात्रिकालीन यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। पत्र में कहा गया है कि “लेकिन मेरे संज्ञान में आया है कि रात्रिकालीन यातायात पुलिस कर्मी आम लोगों के वाहनों को अनावश्यक रूप से रोककर उन्हें परेशान कर रहे हैं तथा वाहनों का अनावश्यक रूप से चालान भी कर रहे हैं।”

वीरेंद्र विज ने आगे कहा कि रात्रि के समय तैनात यातायात कर्मियों का काम आम लोगों व वाहन चालकों की मदद करना तथा सड़क दुर्घटना होने पर सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था करना है।

पत्र में कहा गया है कि रात्रि में तैनात यातायात कर्मियों को गुरुग्राम यातायात पुलिस के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए, ताकि आम लोगों और वाहन चालकों का मार्गदर्शन और सहायता की जा सके और उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सुरक्षित मार्गों की व्यवस्था की जा सके और सड़क दुर्घटना होने पर घायल व्यक्तियों को तुरंत नजदीकी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया जाए और दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को तुरंत मुख्य सड़क से हटाया जाए और यातायात को सुचारू रूप से चलने दिया जाए। हालांकि गुरुग्राम यातायात पुलिस के डीसीपी के इस आदेश के बाद लोगों ने यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाना शुरू कर दिया है। अक्सर देखा जाता है कि लोग रात के समय गुरुग्राम की सड़कों पर तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं।

डीसीपी वीरेंद्र विज ने बताया कि रात में शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस की सख्ती जारी रहेगी, ताकि कोई बड़ा हादसा न हो।

गौरतलब है कि सप्ताह में तीन से चार दिन ट्रैफिक पुलिस रात में विभिन्न इलाकों में अभियान चलाकर शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है। मिलेनियम सिटी की सड़कों पर ज्यादातर लापरवाह चालक नियमों का उल्लंघन कर रात में वाहन चलाते हैं। इसके अलावा रात में स्टंट रील भी बनाई जाती है।