देश के ज़्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है। एलजी ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में कर्मचारियों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी। साथ ही इस राहत के बदले कर्मचारियों का वेतन नहीं काटा जा सकेगा।
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना के निर्देश के मुताबिक, मजदूरों को दोपहर 12 से 3 बजे तक पेड लीव देनी होगी। कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरों को पर्याप्त मात्रा में पानी और नारियल पानी उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। साथ ही बस स्टैंड पर घड़ों में पानी रखने को भी कहा गया है।
एलजी ने दिल्ली सरकार पर जताई नाराजगी
मंगलवार को दिए गए इस निर्देश के साथ ही एलजी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों पर ‘समर हीट एक्शन प्लान’ पर कोई कार्रवाई न करने का आरोप भी लगाया है। दरअसल, डीडीए 20 मई से ही यह काम कर रहा है, लेकिन आम आदमी पार्टी सरकार के तहत आने वाले दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इसलिए उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव को इस मुद्दे पर तत्काल बैठक करने के निर्देश जारी किए हैं।
कुछ इलाकों में तापमान 50 डिग्री तक पहुंचा
आपको बता दें कि उत्तर भारत के ज़्यादातर इलाके भट्टी की तरह तप रहे हैं. दिल्ली के कुछ इलाकों में मंगलवार को पारा 50 डिग्री सेल्सियस के करीब भी पहुंच गया है. दिल्ली के अलावा आधा भारत भी सूरज की आग में जल रहा है.
दिल्ली में इतनी गर्मी क्यों है?
दिल्ली में गर्मी की वजह उसके आसपास के राज्य हैं। दिल्ली के चारों तरफ जमीन है यानी इसके आस-पास न तो कोई पहाड़ है और न ही कोई समुद्र, बल्कि इससे थोड़ी दूर पर रेगिस्तानी राज्य राजस्थान है, जहां की रेत गर्मी की वजह से गर्म होने लगती है और वहां से आने वाली हवाएं दिल्ली का तापमान बढ़ाने लगती हैं। इस समय गर्मी के पीछे एक कारण पश्चिम से आने वाली गर्म हवा भी है। इसकी वजह से रेगिस्तान की गर्मी उत्तर-पश्चिम के मैदानी इलाकों में बहती है। इसकी वजह से दिल्ली और उसके आसपास का तापमान तेजी से बढ़ता है। यहां तक कि तापमान 50 तक पहुंच गया है।