जल आपूर्ति का जायजा लेने मुख्यमंत्री स्वयं उतरे फील्ड में

जयपुर, 29 मई (हि.स.)। प्रदेश में जल एवं बिजली की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार अलर्ट मोड पर काम कर रही है। इसी क्रम में जयपुर की जलापूर्ति व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार को पम्पहाउस पहुंचे। शर्मा ने रामनिवास बाग स्थित पम्प हाउस एवं जवाहर सर्किल पम्प हाउस का निरीक्षण कर पानी सप्लाई की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को पम्प हाउस से निरंतर जलापूर्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुस्तैदी से काम करने के निर्देश दिए।

शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस वक्त प्रदेश में भीषण गर्मी और हीट वेव का दौर चल रहा है। राज्य सरकार आमजन को पानी की आपूर्ति के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग कर माकूल व्यवस्थाएं कर रही है। उन्होंने कहा कि हर घर तक जल पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जल जीवन मिशन योजना के तहत हर संभाग तथा जिलों को बजट आवंटित किया गया था, लेकिन पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया। उन्होंने वर्ष 2023 तक पूरी होने वाली इस महत्वाकांक्षी योजना पर राजस्थान में बजट खर्च नहीं किया और इसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया।

शर्मा ने कहा कि पूर्व में जब बिजली 3.50-4.00 रुपये यूनिट थी, तब प्रदेश की जनता के लिए कांग्रेस सरकार के द्वारा बिजली खरीदी जा सकती थी। लेकिन पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने बिजली नहीं खरीदकर ऊर्जा क्षेत्र में अविवेकपूर्ण निर्णय लिए, जिससे अब हमारी सरकार पीक लोड के समय 11-12 रुपये में तीन गुना महंगी बिजली खरीद रही है। साथ ही, मई, जून, जुलाई के पीक लोड के समय प्रत्येक दिन 147 लाख यूनिट बिजली अन्य राज्यों को लौटानी पड़ रही है। कांग्रेस सरकार ने अपनी हार को पहले ही भांप लिया था। उन्होंने मिली भगत से ऐसा ऋण ले लिया था, जिसका सीधा प्रभाव आम जनता पर वर्ष 2024 की गर्मियों में पड़ना था। कांग्रेस के नेता ये बताएं कि उस समय प्रदेश की जनता के लिए बिजली की व्यवस्था नहीं करने के पीछे उनकी असल मंशा क्या थी? ऐसे विषम समय में प्रदेशवासियों को बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने में हमारी सरकार जुटी हुई है।

मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने बिजली तंत्र को मजबूत बनाने के लिए 1.60 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं तथा इसे धरातल पर उतारने की दिशा में कार्य तेजी से शुरू किया जा रहा है। साथ ही, बढ़ती मांग को देखते हुए धौलपुर और रामगढ़ थर्मल पावर और गैस प्लांट को शुरू कर बिजली उत्पादन बढ़ाया जा रहा है तथा निरंतर बिजली खरीद की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि हम जनता को विश्वास दिलातें हैं, आने वाले समय में बिजली-पानी की कोई कमी नहीं रहेगी।

पानी, बिजली को लेकर मुख्यमंत्री 31 मई को करेंगे समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बिजली, पानी सहित अन्य मुद्दों की मॉनिटरिंग के लिए सभी जिला प्रभारी सचिवों को अपने-अपने जिलों में 2 दिवसीय दौरे के निर्देश दिए थे। इसके तहत सभी प्रभारी सचिव संबंधित जिलों में व्यवस्थाओं को लेकर समीक्षा कर रहे हैं तथा 31 मई को उनके द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट की राज्य स्तरीय समीक्षा की जाएगी। इस दौरान विधायक जितेन्द्र गोठवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

चिलचिलाती धूप में गमछा बांध मुख्यमंत्री दिखे देसी अंदाज में

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार को एक अलग ही अंदाज में नजर आए, जब वे जयपुर स्थित 2 पम्प हाउस का निरीक्षण करने देसी अंदाज में पहुंचे। उन्होंने सिर पर गमछा बांधकर चिलचिलाती धूप में रामनिवास बाग व जवाहर सर्किल पम्प हाउस में जलापूर्ति की बड़ी-बड़ी मशीनों की कार्यप्रणाली का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां स्थित कंट्रोल रूम में जाकर कम्प्यूटर द्वारा पानी सप्लाई की प्रणाली को बारीकी से समझा और अधिकारियों को जल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने फील्ड में काम कर रहे अधिकारियों-कर्मचारियों को उनकी कड़ी मेहनत पर शाबाशी भी दी।

मुख्यमंत्री की आमजन से अपील

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने हर जिले की गौशालाओं में पानी की व्यवस्थाएं की हैं। उन्होंने आमजन से भी पशु-पक्षियों के पीने के पानी की व्यवस्था के लिए अधिक से अधिक परिंडे लगाने की अपील की।