कूरियर ब्वाय के भेष में लूटपाट को अंजाम देने वाली महिला गिरफ्तार

नई दिल्ली, 29 मई (हि.स.)। द्वारका जिले के छावला थाना पुलिस ने रेखा नामक एक लुटेरी महिला को गिरफ्तार किया है, जो कूरियर ब्वाय का भेष धारण कर वारदात को अंजाम देने पहुंची थी। हाल में यह सिविल डिफेंस में भी काम कर चुकी थी लेकिन आजकल बेरोजगार चल रही थी। पुलिस ने उसके पास से कूरियर वाला बैग, खिलौने वाला पिस्टल, हैंड ग्लव्स, छाता, रस्सी और हेलमेट बरामद किया है। द्वारका जिले के डीसीपी अंकित सिंह के अनुसार रेखा सुमेश विहार की रहने वाली है।

23 मई को पूजा अरोड़ा नाम की महिला ने लूटपाट की शिकायत की थी। उसने बताया कि सुबह 11:30 बजे जब वह घर पर अकेली थी, उस दौरान एक कूरियर वाला उसके घर पहुंचा और महिला से डिलीवरी पेपर पर साइन करने के लिए पेन मांगा। जब महिला पेन लेने घर के अंदर गई तो वह कूरियर वाला उसके साथ-साथ अंदर आ गया और अचानक उसे पकड़ लिया। फिर उसपर हमला कर दिया, पीड़ित महिला के चेहरे से खून निकलने लगा।

आरोपित ने तौलिया और हेलमेट से अपना चेहरा ढक रखा था। हाथ में ग्लव्स पहन रखा था। पीड़ित महिला ने शोर मचाना शुरू किया। पड़ोसी मदद के लिए आए। तब तक आरोपित कूरियर वाला वहां से फरार हो गया। उस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज चेक किया फिर अपने मुखबिर की मदद से जांच शुरू की तो पता चला की वारदात को अंजाम देने वाला कूरियर वाला पुरुष नहीं बल्कि महिला है। पुलिस ने उसके बारे में पता लगा करके रेखा को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में पता चला कि रेखा आजकल बेरोजगार थी। किराए के घर में अकेली रहती थी। अपना खर्चा पूरा करने और मकान का किराया देने में भी उसे दिक्कत हो रही थी। उसने फिर शॉर्टकट के रास्ते से पैसा कमाने के लिए लूट की योजना बनाई। कूरियर बॉय बनकर अपना चेहरा टॉवल से ढका, हेलमेट पहन लिया और हाथ में ग्लव्स पहन कर फिर बैकपैक वाला बैग कंधे पर लगाकर साथ में टॉय पिस्टल ले लिया। साथ में रस्सी भी रखी।

योजना के तहत वह पड़ोस में रहने वाली महिला चंद्रकांता के घर में पहुंची, जो दिन में अकेली रहती है और वह काफी पैसे वाली भी है। प्लान के तहत सबकुछ ठीक हुआ लेकिन शोर मचाने और पड़ोस के लोगों के आ जाने के कारण रेखा को भागना पड़ा। वह एक खाली घर में जाकर छुप गई। वहां अपने कपड़े चेंज किये और सारा सामान छोड़कर वहां फिर अपने घर पहुंची। फिर कुछ देर बाद वह उसी घर में पहुंची, जहां पर कुछ देर पहले हमला करके फरार हुई थी। उस दौरान पुलिस पहुंची, लोगों की भीड़ भी थी। उसने यह सब पता लगाने की कोशिश की कि इस मामले में और आगे क्या किया जा रहा है। उसे लगा लोगों को और पुलिस को कुछ पता नहीं चला लेकिन ऐसा नहीं हुआ और वह पकड़ी गई।