गुजराती में हीटवेव: तो इस वजह से जल रहा है देश, जानें हीटवेव का कारण

गुजराती में लू: राजस्थान में पारा लोगों की परीक्षा ले रहा है. फलौदी के बाद अब चूरू में भी अधिकतम तापमान आधी सदी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. 28 मई, 2024 को चुरू में अधिकतम तापमान 50.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे अधिक तापमान है।

चूरू में आसमान से अंगारे ही नहीं बल्कि रिकॉर्ड भी बरसे हैं. चूरू में 50.5 डिग्री तापमान न केवल इस सीजन में पहली बार था, बल्कि 1956 में चूरू मौसम विज्ञान केंद्र की स्थापना के बाद से सबसे अधिक है.

26 मई को फलौदी के 50 डिग्री तापमान के बाद अब चूरू देश का सबसे गर्म शहर बन गया है. इससे पहले मई 2016 में 50.2 डिग्री सेल्सियस और साल 2020 में 50 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था.

मई के आखिरी सप्ताह में राजस्थान में दिन निकलते ही गर्मी का प्रकोप शुरू हो जा रहा है. भीषण गर्मी से हर दिन लोगों की मौत हो रही है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि मंगलवार को राजस्थान में लू से 16 लोगों की मौत हो गई.

इनमें से कई का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है. ऐसी मौतों का कारण गर्मी को माना गया। एक दिन पहले आपदा राहत मंत्री किरोड़ीलाल मीना ने 6 मौतों की पुष्टि की थी.

राजस्थान के अन्य शहरों में तापमान- राजस्थान में सिर्फ चूरू और फलौदी ही नहीं बल्कि राजधानी जयपुर समेत अन्य जगहों पर भी इन दिनों तापमान का बुरा हाल है.

मंगलवार को चुरू में 50.5 डिग्री, श्रीगंगानगर में 49.4 डिग्री, पिलानी में 49 डिग्री, फलोदी में 49 डिग्री, बीकानेर में 48.3 डिग्री, कोटा में 48.2 डिग्री, जैसलमेर में 48 डिग्री और जयपुर में 46.6 डिग्री दर्ज किया गया.

राजस्थान में अब तक 122 लोगों की मौत – राजस्थान में इस गर्मी के मौसम में अब तक 122 लोगों की मौत हो चुकी है।

हालांकि, मंगलवार को राजस्थान सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में गर्मी से मरने वालों की संख्या सिर्फ 4 है.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, गर्मी से होने वाली ज्यादातर मौतों के परिजन पोस्टमॉर्टम नहीं कराते हैं, इसलिए उनकी संख्या आंकड़ों में शामिल नहीं की जाती है।