नई दिल्ली : टी20 वर्ल्ड कप 2024 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. यह टूर्नामेंट 1 जून से वेस्टइंडीज और अमेरिका की मेजबानी में शुरू होने वाला है। इस मेगा इवेंट के जरिए भारतीय टीम लंबे समय से चले आ रहे आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करना चाहेगी. बता दें कि साल 2022 में भारतीय टीम को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था.
इस बार भारतीय टीम आयरलैंड के खिलाफ मैच खेलकर टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत करेगी. इसके बाद टीम इंडिया को 9 जून को पाकिस्तान से भिड़ना है. क्रिकेट फैंस इस मैच का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली बल्ले से कहर बरपाते नजर आ सकते हैं. ऐसे में जानते हैं टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली का रिकॉर्ड कैसा रहा है.
PAK के खिलाफ विराट कोहली का बल्ला खूब चला है
टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान (IND vs PAK) के खिलाफ विराट कोहली का बल्ला हमेशा चलता है. कोहली पाकिस्तान के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ पांच अर्धशतक लगाए हैं. उन्होंने 2012 से 2022 तक टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ कुल 10 मैच खेले और 488 रन बनाए. इस बीच उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 82 रन रहा, जो साल 2022 में खेले गए मैच में आया था.
कोहली के दम पर भारत ने पाकिस्तान पर जीत दर्ज की
साल 2022 में तारीख 23 अक्टूबर को जब भारत और पाकिस्तान के बीच हाईवोल्टेज मैच खेला गया था. पाकिस्तान की टीम इस दिन को शायद ही कभी भूल पाएगी क्योंकि इस दिन किंग कोहली का बल्ला खूब गरजा था. मेलबर्न क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मैच में पाकिस्तान ने 8 विकेट के नुकसान पर 158 रन बनाए। शान मसूद ने 52 रन और इफ्तिखार अहमद ने 51 रन की पारी खेली. भारत की ओर से अर्शदीप सिंह और हार्दिक पंड्या ने शानदार गेंदबाजी की और तीन-तीन विकेट लिए.
इसके जवाब में भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही. भारत ने 31 रन के स्कोर तक 4 विकेट खो दिए थे. इसके बाद विराट कोहली ने टीम की पारी को संभालने की जिम्मेदारी ली और हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की. हार्दिक और कोहली के बीच कुल 113 रनों की साझेदारी हुई.
इन दोनों ने भारतीय फैंस की खोई उम्मीद फिर से जगा दी लेकिन आखिरी ओवर में हार्दिक 37 गेंदों में 40 रन बनाकर आउट हो गए. इस समय प्रशंसकों की सांसें अटकी हुई थीं लेकिन फिर भी सभी को जीत का भरोसा था क्योंकि किंग कोहली क्रीज पर थे। आखिरी 3 ओवर में 48 रन बनाना मुश्किल था. 18वें ओवर में 17 रन आए और 19वें ओवर में कोहली ने हैरिस राउफ को 2 छक्के लगाए, जिसे वह कभी नहीं भूलेंगे. आखिरी ओवर में अश्विन ने सिंगल लिया और टीम को 4 विकेट से जीत दिला दी.