जम्मू, 28 मई (हि.स.)। दूरदराज के गांवों में आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करने के एक महत्वपूर्ण प्रयास में भारतीय सेना ने रियासी जिले के सरसोटे गांव में एक व्यापक चिकित्सा और पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय आबादी और उनके पशुधन की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करना है जो मुख्य रूप से मवेशी पालने वाले समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है।
जानवरों की बड़ी संख्या और उपलब्ध सीमित पशु चिकित्सा सुविधाओं को देखते हुए, खासकर गर्मियों के प्रवास के दौरान, शिविर बहुत महत्वपूर्ण साबित हुआ। पशु चिकित्सा सहायकों के साथ सेना और सिविल डॉक्टरों की एक समर्पित टीम ने गहन चिकित्सा परीक्षण किया और पशुधन को आवश्यक उपचार प्रदान किया। कार्यक्रम में पशुधन विकास अधिकारी (पशुपालन विभाग), धर्मारी, रियासी के कार्यालय से पशु चिकित्सा पेशेवरों की भागीदारी भी देखी गई। उनकी विशेषज्ञता और समर्थन ने शिविर की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिससे जानवरों की व्यापक देखभाल सुनिश्चित हुई।
इस शिविर से खासकर गुज्जर और बक्करवाल समुदायों को बहुत लाभ हुआ, जिनके लिए पशुपालन एक प्राथमिक व्यवसाय है। अत्यंत आवश्यक चिकित्सा और पशु चिकित्सा सेवाएं प्रदान करके भारतीय सेना की पहल ने नागरिकों और उनके पशुधन की भलाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया जिससे दूरदराज और कम सेवा वाले क्षेत्रों को समर्थन देने की सेना की प्रतिबद्धता मजबूत हुई।