झज्जर, 28 मई (हि.स.)। केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम नफे सिंह राठी हत्या के मामले की जांच जारी है। मंगलवार को टीम ने मामले में आरोपी भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक नरेश कौशिक समेत सात आरोपियों से बहादुरगढ़ में पूछताछ की। जिन आरोपियों से पूछताछ की गई उनमें नगर परिषद की अध्यक्ष सरोज राठी के पति रमेश राठी, उनके बेटे कमल राठी और सरोज राठी के चचिया ससुर पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष कर्मवीर राठी भी शामिल हैं। सीबीआई की टीम ने सभी आरोपियों को मामले की जांच पूरी होने तक विदेश न जाने को कहा है।
सीबीआई की टीम ने उपरोक्त के अलावा पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र सतीश राठी और सतीश राठी के भाई जगदीश नंबरदार के पुत्र गौरव राठी व राहुल को भी पूछताछ के लिए बहादुरगढ़ के लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में बुलाया। सभी से करीब 3 घंटे तक पूछताछ की गई। सभी को यह हिदायत दी गई कि वे फिलहाल देश छोड़कर किसी अन्य देश में न जाएं। सभी के पासपोर्ट नंबर भी सीबीआई की टीम ने ले लिए हैं। आरोपियों की बैंक डिटेल भी सीबीआई की टीम ने ले ली है। पूछताछ के बाद सभी आरोपियों ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सीबीआई की टीम ने उनसे जितने भी, जो भी सवाल पूछे सभी का उन्होंने जवाब दे दिया। उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।
बता दें कि इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की गत 25 फरवरी को बहादुरगढ़ में बराही रोड रेलवे फाटक के पास गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों में चार युवक शामिल थे। इस मामले में पुलिस ने मृतक नफे सिंह के पुत्र जितेंद्र के बयान के आधार पर 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिक सूचना रिपोर्ट दर्ज की थी। शुरुआत में इस मामले की जांच बहादुरगढ़ पुलिस ने की। एसआईटी का गठन भी किया गया। लेकिन पीड़ित परिजनों की मांग पर राज्य सरकार ने यह केस जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया। जिस पर करीब 3 सप्ताह से सीबीआई इस मामले की जांच में लगी है।
पूर्व विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि उनका नफे सिंह राठी या उनके परिजनों से कभी किसी तरह का विवाद नहीं हुआ। लेकिन पीड़ित परिजनों ने राजनीतिक विरोधी होने के कारण उनका नाम भी आरोपियों में शामिल कर दिया। कौशिक ने कहा कि राठी की हत्या बेहद निंदनीय है। इस मामले में सीबीआई निष्पक्ष रूप से जांच कर रही है और जो भी अपराधी होगा उसे सजा अवश्य मिलेगी। पूछताछ के बाद आरोपी रमेश राठी और सतीश नंबरदार ने भी मामले में पत्रकारों के समक्ष अपना पक्ष रखा।