हिसार, 27 मई (हि.स.)। उपायुक्त प्रदीप दहिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अवैध नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। वे सोमवार को लघु सचिवालय परिसर स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंस सभागार में नार्को समन्वय केंद्र (एनसीओआरडी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।
बैठक में उपायुक्त को अवगत कराया गया कि जिले में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत प्रत्येक स्कूल में नोडल ऑफिसर की तैनाती की जा चुकी है। जिले में कुल 1041 सरकारी व निजी विद्यालयों में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग, भाषण व क्विज प्रतियोगिता जैसे जागरूकता कार्यक्रम हो चुके हैं। विगत माह में सीएमओ द्वारा 6 नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण हो चुका है। सिविल अस्पताल में स्थापित नशा मुक्ति केंद्रों में 275 मरीजों ने ओपीडी का लाभ उठाया है।
जिला ड्रग कंट्रोल ऑफिसर ने बैठक में बताया कि विगत माह में 27 मेडिकल स्टोर का निरीक्षण किया गया था जिसमें 7 मेडिकल स्टोर में एनडीपीएस से संबंधित दवाइयां मिली। छह मेडिकल स्टोर का रिकॉर्ड मिलान करने पर सही पाया गया लेकिन एक मेडिकल स्टोर को रिकॉर्ड न मिलने पर 7 दिन के लिए लाइसेंस सस्पेंड करके लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पास मामला भेज दिया गया हैं।
उपायुक्त ने बताया कि कानून तोडऩे वालों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। इसमें एनडीपीएस एक्ट के तहत पुलिस विभाग की जांच में ड्यूटी मजिस्ट्रेट की देखरेख में कानूनी प्रक्रिया पूर्ण की जाती है।
उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक्ट के तहत अधिकारियों को जयादा सतर्कता के साथ कर्तव्य निर्वहन करना होगा। सामान्य अस्पताल में मनोचिकित्सक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे कोई भी परिवार नशे से ग्रसित व्यक्ति का इलाज करवा सकता है। उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में नशे के विरुद्ध एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए। बैठक में हिसार के पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा, हांसी पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद, एसडीएम जयवीर यादव, जिला परिषद सीईओ कुलभूषण बंसल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।