छठे चरण की 58 सीटों पर 60 फीसदी वोटिंग, लोकसभा की 486 सीटों पर वोटिंग प्रक्रिया खत्म

  लोकसभा चुनाव के छठे चरण में छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 58 सीटों पर करीब 60 फीसदी मतदान हुआ है. जिसमें सबसे ज्यादा 78.19 फीसदी वोटिंग पश्चिम बंगाल में हुई. इस बीच राज्य में हिंसा और ईवीएम में गड़बड़ी की कुछ घटनाएं भी सामने आईं. चुनाव आयोग द्वारा शाम 7.45 बजे घोषित आंकड़ों के मुताबिक, झारखंड में 62.74 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 54.03 फीसदी, ओडिशा में 60 फीसदी, दिल्ली में 54.48 फीसदी, जम्मू-कश्मीर में 52.28 फीसदी वोटिंग हुई.

इस चरण में दिल्ली की सभी सात, उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, बिहार और बंगाल की आठ-आठ, ओडिशा की छह, झारखंड की चार, जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर मतदान हुआ। चुनाव आयोग ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी में सबसे अधिक 52.28 मतदान हुआ। इस छठे चरण के साथ ही 543 लोकसभा सीटों में से 486 सीटों पर मतदान पूरा हो चुका है. साथ ही 28 राज्यों में लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं. अब 1 जून को सातवें और अंतिम चरण की 57 सीटों पर मतदान होगा और नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. भीषण गर्मी और तापमान के बीच भी मतदाताओं ने वोट डालकर अपना कर्तव्य निभाया. चुनाव आयोग ने लगभग 1.14 मतदान केंद्रों पर लगभग 11.4 लाख चुनाव कर्मचारियों को तैनात किया था। 

इस बीच जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग सीट से चुनाव लड़ रहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर अनंतनाग के बिजबेहरा पुलिस स्टेशन के सामने धरने पर बैठ गईं. उन्होंने आरोप लगाया कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और पोलिंग एजेंटों को अवैध रूप से हिरासत में लिया गया जबकि मेरे मोबाइल की आउटगोइंग सेवा भी बंद कर दी गई. वहीं राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर, हरदीप सिंह पुरी, दिल्ली की मंत्री आतिशी आदि ने वोट किया. सीपीआई (एम) नेता बृंदा करात ने कहा कि ईवीएम की बैटरी खत्म होने के कारण मतदान रुक गया और हमें एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा। चुनाव आयोग ने दावा किया कि 15 मिनट के अंदर बैटरी बदल दी गई. 

 लोकसभा के साथ-साथ ओडिशा की 42 विधानसभा सीटों पर भी मतदान हुआ. जब हरियाणा की करनाल विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था. यह सीट तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने नये मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के लिए खाली की थी. पश्चिम बंगाल के जंगल महल प्रांत के आदिवासी इलाके में मतदान हुआ. घाटल इलाके में टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा की घटनाएं हुईं. मिंडापुर में बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल के खिलाफ टीएमसी कार्यकर्ताओं ने वापस जाओ के नारे लगाए. 

जब बंगाल में तुमलुक सीट पर बीजेपी उम्मीदवार और पूर्व हाई कोर्ट जज अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ लोगों ने नारे लगाए. गंगोपाध्याय ने ममता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. चुनाव आयोग ने कहा कि बंगाल में हमें ईवीएम में खराबी, एजेंटों को बूथ में प्रवेश करने से रोकने की करीब 954 शिकायतें मिलीं. चुनाव आयोग ने दावा किया कि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ. इस बीच बीजेपी उम्मीदवार सौमेंदु अधिकारी ने दावा किया कि टीएमसी और अर्धसैनिक बल हमारे खिलाफ काम कर रहे हैं. वे बीजेपी कार्यकर्ताओं को मार रहे हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अर्धसैनिक बल के खिलाफ धरना भी दिया. झारगाम से बीजेपी उम्मीदवार प्रताप टुडू ने दावा किया कि मेरे काफिले पर हमला किया गया. उन्होंने हमले के लिए टीएमसी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया.