हमीरपुर, 25 मई (हि.स.)। बुंदेलखंड में हरे वृक्षों की कटान पर भाजपा के पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत मुखर होकर सामने आए हैं। शिकायत के बाद अब वह सोमवार से लखनऊ में धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं। हमीरपुर महोबा लोकसभा सीट के पूर्व सांसद मानते हैं कि बुंदेलखंड में हरे वृक्षों की अवैध कटान से देवीय आपदाओं का प्रकोप बढ़ा है। इससे किसान तबाह हो रहा है और पर्यावरण संतुलन गड़बड़ा रहा है। इसको रोकने की सख्त जरूरत है। इसके लिए वह मुख्यमंत्री से लेकर जिलों के प्रभागीय वनाधिकारियों को पत्र भेजकर अपनी शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
वह प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक से लखनऊ में मिलकर मुख्यमंत्री को विगत में दी गयी शिकायत की प्रति सौंपकर अवैध कटान को रोकने की मांग की है। मुख्य वन संरक्षक ने दो दिन में हरे वृक्षों की अवैध कटान रोके जाने के साथ लकड़ी के डंपों की जांच करने का आश्वासन दिया है। पूर्व सांसद ने सोमवार को लखनऊ में धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है।
उन्होंने बताया कि हमीरपुर महोबा में अवैध लकड़ी कटान का कस्बा सुमेरपुर हब बना हुआ है। यहां से प्रतिदिन औसतन 50 ट्रक लकड़ी बाहर भेजी जाती है। पूरे जिले से करीब 100 ट्रक लकड़ी बाहर भेजी जा रही है। इसमें पुलिस, मंडी परिषद से लेकर वन विभाग की मिलीभगत है। कमाल की बात यह है कि जलाऊ लकड़ी की आड़ में यहां से टिंबर वाली लकड़ी का बड़े पैमाने पर व्यापार करके जीएसटी चोरी की जा रही है। पकड़े जाने पर यह जुर्माना भरकर निकल लेते हैं।
मंडी परिषद के अनुसार मंडी शुल्क डेढ़ प्रतिशत है। जबकि जलाऊ लकड़ी में जीएसटी शून्य है। एक से 5 फीट तक के टिंबर टुकड़ों में पांच प्रतिशत तथा छह फीट से अधिक लंबे टिंबर पर 18 प्रतिशत जीएसटी है। इसमें भारी चोरी की जा रही है। कस्बे में इस समय जिले के अलावा महोबा, बांदा, जालौन से लकड़ी लाकर खपाई जा रही है। यहां से इसका कारोबार बड़े स्तर पर हो रहा है। कस्बे के बांदा मार्ग, भौनिया, बांकी मार्ग के अलावा फैक्टरी एरिया में इसके बड़े बड़े डंप लगते हैं। यही से ट्रकों में लादकर बाहर भेजी जाती हैं।
वन क्षेत्र अधिकारी इफ्तार खान ने बताया कि बबूल एवं विलायती बबूल की लकड़ी छूट प्रजाति में आती है। इसके कारोबार का उनके विभाग से लाइसेंस जारी नहीं होता है।
मंडी सचिव नितिन कुमार गौतम ने बताया कि मई माह में टिंबर एवं जलाऊ लकड़ी के 411 गेट पास जारी किए गए हैं। जिसमें जलाऊ के 262 व टिंबर के 149 गेट पास शामिल है। इन गेट पासों के माध्यम से 98321 क्विंटल लकड़ी बाहर भेजी गई है।
उन्होंने बताया कि फहीम वुड वर्क एंड सप्लायर, फैजान उद्योग, गुप्ता वुड कॉरपोरेशन, रहमत टिंबर मार्ट, फरहान टिंबर, बाबा विश्वनाथ ट्रेडर्स, ओम साईं राम वुड सप्लायर्स, एबी इंटरप्राइजेज, एमडी कॉरपोरेशन, रामा शिव ट्रेडर्स, मां भगवती ट्रेडर्स के अलावा रामपुर, कानपुर व मेरठ की कई फर्में यहां से व्यापार कर रही हैं।