धमतरी, 25 मई (हि.स.)। धमतरी जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण को लेकर लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इसी क्रम में 25 मई को नगर पंचायत नगरी क्षेत्रांतर्गत के गांधी सागर, माता तालाब, केकराल तालाब, गुढ़ियारी तालाब को संरक्षित करने के लिए वैज्ञानिक अध्ययन कराया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य तालाबों की तली के फ्रैक्चर जोन की पहचान करने , तालाब को प्रभावी ढंग से गहरा करने के लिए एवं तालाबों के गाद हटाने की आवश्यकता निर्धारित करने का है। इन फ्रैक्चर जोन की पहचान करने के लिए विद्युत प्रतिरोधकता सर्वेक्षण पध्दति का उपयोग किया जा रहा है, जिससे गाद हटाकर तालाब के तल में मौजूद फ्रैक्चर के कारण पानी के स्थिर न होने की समस्या का समाधान किया जाना है।
यह अध्ययन नम्रता गांधी कलेक्टर, जिला- धमतरी के निर्देश एवं मार्गदर्शन में तथा मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर पंचायत नगरी चंदन शर्मा, उपअभियंता झनक लाल उइके के निरीक्षण में किया जा रहा है। जिसमें इस सर्वेक्षण का नेतृत्व राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के एप्लाइड जियोलाजी विभाग के प्रमुख डा डीसी झारिया कर रहे हैं। इस टीम में सीनियर रिसर्च फेलो मयंक श्रीवास्तव के साथ एमटेक छात्र गौरव देव, तेजस्वी देवांगन और इंटर्न निहाल महत शामिल हैं। इस अवसर पर नगर पंचायत नगरी के अध्यक्ष आराधना शुक्ला, उपाध्यक्ष अजय नाहटा एवं पार्षदगण, जनप्रतिनिधिगण शामिल हुए।