भांजे को सरकारी खजाना लुटाने वाले पंचायत सचिव पर कब होगी कार्यवाही05 ग्राम पंचायतों से करीब 40 लाख रूपये का आर्थिक फायदा पहुँचाया

हरदोई, 25 मई(हि.स.)। गांवों के विकास के नाम पर सरकारी खजाना लूटा जा रहा है। कार्यवाही करने वाले अधिकारियों को भी घोटाले के धन से साधने की कोशिश की जाती है, यही वजह है कि भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही नहीं हो पाती।

ताज़ा मामला विकास खंड टड़ियावां का है, जहां तैनात एक पंचायत सचिव ने अपने कार्यक्षेत्र की पांच ग्राम पंचायतों में राज्य वित्त आयोग, पंचम वित्त आयोग और मनरेगा की मद के कार्यों, खरीदारी के लिए अपने ही भांजे की फर्म आदित्य कांस्ट्रक्शन ट्रेडर्स को बहर, आशा, नानकगंज ग्रंट, बेहटा चांद और रामनगर में न केवल काम दिया, बल्कि, करीब 40 लाख से अधिक का सरकारी धन का भुगतान कर आर्थिक फायदा भी पहुंचाया।

सहायक विकास अधिकारी का काम देख रहे पंचायत सचिव नरेंद्र वर्मा की ओर से अपने भांजे आदित्य के बचत खाता पर मजदूरी, मिस्त्री का भी भुगतान किया गया है। एक अन्य रिश्तेदार परविंदर के खातों पर भी लाखों का भुगतान किया गया है। मामले की शिकायत भी दर्ज कराई गयी है, जिसमें बताया गया कि शासन से रिश्तेदारों की फर्म से काम, खरीदारी और भुगतान पर रोक के आदेश के बाद पंचायत सचिव ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से लेकर अब तक करीब 40 लाख से अधिक का भुगतान किया है।

राज्य वित्त आयोग और पंचम वित्त आयोग के भुगतान का ब्योरा पंचायतीराज विभाग के ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर ऑनलाइन भुगतान की रिपोर्ट में भी प्रदर्शित हो रहा है, जबकि रिश्तेदारों की फर्म और खातों में भुगतान किया जाना शासनादेश के विरुद्ध है।

इस सम्बन्ध में सीडीओ सौम्या गुरुरानी ने बताया कि मामला गंभीर है, मामले की तत्काल जांच कराई जाएगी, दोषी पाए गए अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।