नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘अनुभवी चोर’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक संकेत है कि प्रधानमंत्री ने स्वीकार कर लिया है कि कथित शराब घोटाला फर्जी है। केजरीवाल ने इस मामले में गिरफ्तार सभी लोगों को रिहा करने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि भाजपा चिल्ला रही है कि 100 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है लेकिन अभी तक कोई पैसा बरामद नहीं हुआ है। केजरीवाल ने कहा कि वे (भाजपा) पिछले दो साल से शोर मचा रहे हैं कि दिल्ली में शराब घोटाला हुआ है। उन्होंने मुझे, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। देशभर में 500 से ज्यादा छापे मारे गए।
केजरीवाल ने कहा कि वे (भाजपा) कहते हैं कि मैंने सौ करोड़ रुपये की रिश्वत ली है। अभी थोड़े दिन पहले बोले कि 1100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में बड़ा प्रश्न है कि जब रिश्वत ली गई तो वह पैसा कहीं रखा भी तो गया होगा। देशभर में 500 से ज्यादा छापे मारे लिए लेकिन इन्हें एक पैसा भी बरामद नहीं हुआ। हमने कहीं खर्च तो किया होगा इन्हें कहीं खर्चे का हिसाब-किताब भी नहीं मिला। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल इस मामले में एक जून तक अंतरिम जमानत पर हैं।
केजरीवाल के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि केंद्रीय जांच एजेंसियों को कथित शराब घोटाला मामले में एक पैसा भी नहीं मिला और उन्होंने झूठा मामला बनाया, प्रधानमंत्री ने कहा, “एक अनुभवी चोर के पास कई सुविधाएं होती हैं। एक पूर्व सरकारी अधिकारी जो जानता है कि किसी मामले में ईडी और सीबीआई कैसे आगे बढ़ेंगी, वह बहुत कुछ छिपा सकता है।’
उन्होंने कहा कि कल एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री से पूछा गया कि केजरीवाल कह रहे हैं कि मामले में कोई सबूत नहीं मिला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई पैसा नहीं मिला क्योंकि केजरीवाल एक अनुभवी चोर हैं। उन्होंने कहा कि यह गलत गिरफ्तारियों को सही साबित करने का एक बहाना है। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने (प्रधानमंत्री) स्वीकार किया कि कोई बरामदगी नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब आप कबूल कर चुके हैं कि आपके पास कोई सबूत नहीं है, कोई बरामदगी नहीं है तो जो भी गिरफ्तार हुए हैं उन्हें छोड़ दीजिए।