दरअसल, राजभवन ने राज्य के सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी की अवधि जून के पहले सप्ताह तक बढ़ाने के संबंध में सोमवार (20 मई) को मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को पत्र लिखा है। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के निर्देश पर उनके प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने मुख्य सचिव को यह पत्र लिखा है जो मंगलवार (21 मई) को प्रकाश में आया। इस पत्र के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को छुट्टी पर जाने पर विचार करना पड़ सकता है।
जारी पत्र में क्या लिखा है?
सोमवार को लिखे गए इस पत्र में कहा गया है, “प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश 15 मई 2024 तक ही निर्धारित किया गया था। राज्य में भीषण गर्मी और विद्यालय खुलने के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसके प्रभाव की जानकारी मिल रही है। राज्यपाल ने राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी और बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले इसके प्रतिकूल प्रभाव के कारण इसे बढ़ाने का अनुरोध किया है।”
आगे लिखा है, “अनुरोध है कि राज्य के विद्यालयों का ग्रीष्मकालीन अवकाश जून 2024 के प्रथम सप्ताह तक बढ़ाए जाने की कृपा की जाए, ताकि विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को भीषण गर्मी से होने वाली परेशानियों से राहत मिल सके।”
आपको बता दें कि 16 मई से स्कूल खुल रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर राजभवन के इस पत्र के बाद देखना होगा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक क्या फैसला लेते हैं। इससे पहले भी राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिली है।