भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने फूंका ममता बनर्जी का पुतला, तुष्टीकरण का आरोप

वाराणसी,23 मई (हि.स.)। कोलकाता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में 14 साल में जारी हुए ओबीसी सर्टिफिकेट रद्द कर दिया है। इसको लेकर पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ओबीसी संगठनों के निशाने पर हैं। लोकसभा चुनावों के बीच कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले के बाद भाजपा भी हमलावर तेवर में है। गुरुवार को भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला फूंक कर आक्रोश जताया।

मोर्चा के काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष अनूप जायसवाल व महानगर अध्यक्ष शोभनाथ मौर्या ने कहा कि इंडी गठबंधन लगातार पिछड़ों के हक पर जहां-जहां इनकी सरकार है। पिछड़ा वर्ग के लोगों के संवैधानिक अधिकार पर लगातार कुठाराघात कर रहा है। वोट बैंक के तुष्टीकरण के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने मुसलमानों के 77 जातियों को ओबीसी सर्टिफिकेट दिया था। इनकी वोट बैंक की राजनीति तुष्टिकरण की हद पार कर गई। हाईकोर्ट के फैसले को भी नहीं मानने की बात कर रही है। विरोध-प्रदर्शन में ओमप्रकाश यादव ,शम्भू पटेल, सुनील,सिद्धनाथ गौड़,आलोक,राजेश मौर्या,अनूप गुप्ता आदि शामिल रहे।