गाजियाबाद, 23 मई(हि.स.)। मोहननगर पार्षद सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में पिछले दो दिनों से साथी पार्षदों का चल रहा आंदोलन गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। दूसरे दिन पार्षद इकट्ठा होकर पुलिस मुख्यालय पहुंचे और वहां पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर कल्पना सक्सेना से मिले। वार्ता की लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद नाराज पार्षद पुलिस कमिश्नर से मिलने के लिए वहां से रवाना हुए लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। इस दौरान पार्षदों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। तपती धूप में पार्षद सड़क पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान पार्षदों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पार्षद सुधीर के खिलाफ एक बड़ी साजिश रची गई है। बिना मामले की जांच किए उन्हें पुलिस ने जल्दबाजी में जेल भेज दिया है ।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले मोहन नगर पार्षद सुधीर कुमार का सिगरेट को लेकर विवाद होने पर खोखा लगाने वाली महिला व उसके पति के साथ मारपीट करने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद पुलिस ने सक्रिय होने के बाद फिर रिपोर्ट दर्ज की और पार्षद को गिरफ्तार कर लिया।
पार्षद के जेल जाने की ख़बर जैसे ही उसके साथी पार्षदों को लगी, वे लोग बुधवार को महापौर सुनीता दयाल के आवास पर पहुंचे और पूरी व्यथा बताई। इसके बाद सभी पार्षद निगम मुख्यालय पहुंचे। महापौर दयाल के कक्ष में जम गए। दिनभर वहीं जम रहे। इस दौरान एसीपी नंदग्राम रवि कुमार तथा डीसीपी नगर कुंवर ज्ञानेंद्र सिंह भी वहां पहुंचे और पार्षदों से वार्ता की लेकिन कोई बात नहीं बनी। यह आंदोलन आज भी जारी है। पार्षद धरने पर बैठे हुए हैं। धरने पर बैठने वाले पार्षदों में प्रमुख रूप से शीतल देओल, पूनम सिंह, धीरेंद्र, अजय शर्मा सहित 50 से अधिक पार्षद हैं।