चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है. 10 मई से अब तक 13 दिनों में केदारनाथ यात्रा में 8 लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। उत्तराखंड सरकार की ओर से भी विशेष रूप से अपील की गई है कि श्रद्धालु पंजीकरण कराएं और आवंटित तिथि पर दर्शन के लिए आएं. अब ऋषिकेश और हरिद्वार में दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन को लेकर अहम फैसला लिया गया है.
ऑफ़लाइन पंजीकरण बंद
अधिकारियों ने बताया कि हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण बंद कर दिया गया है जबकि ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर सकेंगे.
चारधाम जाने वाले यात्रियों को सलाह
चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों से अपील की गई है कि वे पंजीकरण के बाद ही यात्रा पर आएं। एडवाइजरी में कहा गया है कि अगर वे बिना पंजीकरण के आते हैं, तो उन्हें ‘बैरियर’ या ‘चेक प्वाइंट’ पर रोका जा सकता है और इससे उन्हें बड़ी असुविधा हो सकती है। तीर्थयात्रियों को यह भी सलाह दी गई है कि वे पंजीकरण कराने के बाद निर्धारित तिथि पर ही यात्रा के लिए आएं और जिस रास्ते के लिए उन्होंने पंजीकरण कराया है, उसी रास्ते से जाएं। एडवाइजरी में यात्रा का संचालन करने वाली ‘टूर एंड ट्रैवल’ एजेंसियों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि यात्री पंजीकृत हैं या नहीं और श्रद्धालुओं को ले जाने वाले यात्री वाहन को ‘ट्रिप कार्ड’ जारी किया गया है या नहीं।
फर्जी रजिस्ट्रेशन को लेकर कार्रवाई
उधर, बढ़ते फर्जी रजिस्ट्रेशन पर सरकार ने नजरें टेढ़ी कर ली हैं। रजिस्ट्रेशन की सख्ती से जांच की जा रही है. इस बीच रुद्रप्रयाग पुलिस ने जांच के दौरान पाए गए फर्जी रजिस्ट्रेशन के 9 मामलों में एफआईआर दर्ज कर ली है. इन मामलों में फर्जी पंजीकरण पर केदारनाथ यात्रा पर आने और बाद की तारीखों के लिए पंजीकरण में फर्जी तरीके से मई की तारीख दिखाने के मामले शामिल हैं।
धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
रुद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाने ने बताया कि इस संबंध में बुधवार को कोतवाली रुद्रप्रयाग में 9 मुकदमे दर्ज किये गये हैं. उन्होंने कहा कि जांच से पता चला है कि हरिद्वार और ऋषिकेश में कुछ ‘टूर एंड ट्रैवल्स’ एजेंसियों और अन्य ने इन लोगों का फर्जी पंजीकरण किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की जानकारी ली गयी है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि जल्द ही इन मामलों की जांच की जाएगी और रजिस्ट्रेशन फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.