‘हमें बचा लीजिए, स्थानीय लोग हमें मार डालेंगे…’ किर्गिस्तान में फंसे सैकड़ों भारतीय छात्रों की पीड़ा

किर्गिस्तान में फंसे भारतीय छात्र:  पाकिस्तानी नागरिकों के साथ संघर्ष के बाद से किर्गिस्तान में हिंसा नहीं रुकी है। इन सबके सामने आने से भारतीय नागरिक और खासकर छात्र भी इसका शिकार हो रहे हैं. सैकड़ों भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं और भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

मध्य प्रदेश के एक लड़के का मदद मांगने का वीडियो वायरल हो गया है 

मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने भी कहा है कि हमारे राज्य से करीब 1200 एमबीबीएस छात्र हैं. हालांकि, उन्होंने दावा किया है कि ये सभी सुरक्षित हैं. हाल ही में मध्य प्रदेश के एक छात्र ने एक वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद की अपील की है. बड़वानी जिले के रहने वाले चेतन मालवीय किर्गिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। चेतन अपने वीडियो में बता रहे हैं कि कैसे वो वहां रहने को मजबूर हैं. 18 मई की रात स्थानीय लोग उसके हॉस्टल पहुंचे. भारत और पाकिस्तान के छात्रों के साथ अब वहां सौतेले बच्चों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।

हमें यहां से बचाएं… 

वीडियो में चेत कहते हैं कि मैं यहां एमबीबीएस की पढ़ाई करने आया हूं. भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के नागरिकों और छात्रों के साथ यहां सौतेले पिता जैसा व्यवहार किया जा रहा है। हम अकेले रह गए हैं. हॉस्टल से बाहर नहीं जा सकते. हमें घर वापस आना है. 18 मई के बारे में उनका कहना है कि उस दिन रात में हमारे हॉस्टल का गेट बार-बार खटखटाया गया. ऐसा 4-5 बार हुआ. सौभाग्य से हमने गेट नहीं खोला. बाहर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ थी. 

चेतन ने भारत सरकार से कहा- हमने टिकट ले लिया है… 

चेतने मालवीय का कहना है कि हम लोग यहां से जाना चाहते हैं. हमने टिकट भी ले लिया है. बस हॉस्टल छोड़ने से डर लगता है. सरकार को हमें एयरपोर्ट तक छोड़ने की व्यवस्था करनी चाहिए.’ हम बस यही चाहते हैं.