झांसी,22 मई (हि.स.)। जनपद में भीषण गर्मी का कहर जारी, तापमान में लगातार रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है। गर्मी के सीजन में विगत वर्ष तापमान की अपेक्षा 02 से 03 डिग्री अधिक तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। असंतुलित जलवायु परिवर्तन का असर मौसम पर सीधे देखने को मिल रहा है और अनुमान है कि इस वर्ष पिछले साल की अपेक्षा अधिक गर्मी और लू चलेगी। मौसम विभाग ने रेड एलर्ट जारी करते हुए प्रदेश में झांसी को सबसे गर्म शहर बताया है। गर्मी का पारा 47 डिग्री के पार जाने पर जिलाधिकारी ने भी सभी से घरों में सुरक्षित रहने की अपील की है।
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में और अधिक हीट वेव/लू से बचाव को लेकर जनपद वासियों को और अधिक सर्तक रहना होगा तथा लू से बचाव के उपायों को जाने ताकि अपने परिवार का बचाव कर सके। जिलाधिकारी ने जनपद में लगातार बढ़ते तापमान के दृष्टिगत निर्देश दिए कि विशेष अभियान चलाकर समस्त ट्यूबवेल तथा सिंचाई के साधनों को चालू हालत में रखा जाए, ताकि पेयजल की स्थिति को बिगड़ने से रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त पाइप लाइन व लीकेज की जानकारी प्राप्त होते ही ठीक कराएं। पशुओं के पेयजल के लिए तालाब एवं पोखरों को लगातार भरवाए जाने के भी निर्देश दिए। डीएम कहा कि जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति गंभीर रूप से बाधित हो, वहां जलापूर्ति के लिए पानी के टैंकरों को तैनात करने की व्यवस्था की जाए। ग्रामीण पेयजल योजनओं का सुचारू रूप से संचालन तथा अधिष्ठापित इण्डिया मार्का-2 हैण्डपम्पों के रिबोर एवं मरम्मत तथा अनुरक्षंण कार्य कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने वन क्षेत्रों में एवं शहरी क्षेत्रों में पशु-पक्षियों हेतु पेयजल आपूर्ति के लिए तालाब व झीलों में पानी की उपलब्धता करने के लिए सिंचाई विभाग को निर्देशित किया।
सार्वजनिक स्थलों, बाजारों आदि में नगरीय निकायों के माध्यम से प्याऊ लगवाने की व्यवस्था (इस कार्य में गैर-सरकारी संगठनों का सहयोग लिया जा सकता है) कार्यस्थलों व निर्माण स्थलों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने, जल के अनावश्यक उपयोग यथा- गाड़ी धोना, नल को खुला छोड़ देना आदि को रोकने के संबंध में एडवाइजरी जारी करना व उसे लागू कराए जाने के साथ विभिन्न पार्को में विशेष रूप से पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था कराना एवं विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपदस्तरीय हीट वेव प्रबन्धन समिति का गठन भी किया जा रहा है। जिसमें समिति के सदस्यों द्वारा किसानों से लेकर आम लोगो को अलग-अलग तरीके के ऐहतियात बरतने के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लू से जन-हानि भी हो सकती है। इसके असर को कम करने के लिए और लू होने मौत की रोकथाम के लिए निम्न सावधानिया बरते-कड़ी धूप में बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 से 03 बजे तक के बीच में जितनी बार हो सके पानी पियें, प्यास न लगे तो भी पानी पियें हल्के ढीले ढीले सूती कपड़े पहनें।