गर्मी में हांफ गया विद्युत तंत्र, अधूरी सप्लाई में पावर गायब

जयपुर, 22 मई (हि.स.)। तेज गर्मी से प्रदेश झुलस रहा है। वहीं झुलसा देने वाली गर्मी के बीच बढ़ती बिजली की डिमांड से विद्युत तंत्र हाफने लगा है। आमजन को न तो पूरी सप्लाई मिल रही है ना ही पावर। तेज गर्मी के चलते गांवों में 240 वोल्ट की बजाय 160 से 180 वोल्ट ही मिल रही है। इससे बिजली उपकरणों के खराब होने का हमेशा भय बना हुआ है। इसकों लेकर कई बार लोगों से बिजली विभाग को शिकायत की, लेकिन अधिकारी और कर्मचारी इसको लेकर कोई संतोषजनक जबाव नहीं दे पा रहे है। मंगलवार को 51 लाख यूनिट की कटौती की गई। मंगलवार को 14 हजार मेगावॉट डिमांड थी इसके बदले 3520 लाख यूनिट बिजली की सप्लाई की गई।

ट्रांसफार्मरों को भी लगी लू, हीट से बचाने के लिए लगाए जा रहे कूलर

तेज गर्मी के चलते अब ट्रांसफार्मर भी हीट पकड़ने लगे है। गर्मी में ट्रांसफार्मरों को फटने से बचाने के लिए कई जगहों पर कूलर लगाए गए है। हाल ही कुछ स्थानों पर तेज गर्मी के चलते ट्रांसफार्मर धमाके के साथ फटने की घटनाएं भी सामने आ चुकी है। बिजली के उत्पादन और डिमांड का अंतर गहराने से गांवों से लेकर शहर तक बिजली कटौती की जा रही है। प्रचंड गर्मी के बीच बिजली कटौती से आमजन परेशान है। प्रदेश में बिजली उत्पादन के मुकाबले डिमांड 1500 से 2500 मेगावाट तक बढ़ गई है। ऐसे में 220 केवी जीएसएस से जुड़े फीडरों पर दो-ढाई घंटे तक अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। हाल ही में तेज गर्मी के चलते कई उत्पादन इकाईयां ठप हो गई थी इससे भी बिजली का संकट बढ़ा है। राज्य विद्युत उत्पादन की 600 और 250 मेगावाट की यूनिट से बिजली उत्पादन नहीं हो पा रहा है। जबकि राजवेस्ट के प्लांट में भी 135-135 मेगावाट की तीन यूनिट से उत्पादन ठप पड़ा है।

बढ़ती डिमांड के बीच मांग पूरी करने के लिए ऊर्जा विकास निगम की ओर से हर दिन 5-6 करोड़ यूनिट बिजली महंगी दर पर एक्सचेंज से खरीदी जा रही है। इसके बावजूद डिमांड और सप्लाई में अंतर बरकरार है। ऊर्जा विकास निगम ने बीते एक सप्ताह में 38 करोड़ यूनिट बिजली महंगी दर पर एक्सचेंज से खरीदी है। इसके लिए 225 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। डिस्कॉम्स के सीएमडी भानु प्रकाश एटरू का कहना है कि प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बिजली की डिमांड में लगातार इजाफा हो रहा है.जिसे पूरी करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। शाम से रात तक जब डिमांड ज्यादा होती है और मांग पूरी करने के लिए एक्सचेंज से बिजली खरीदी जा रही है.

पांच दिन से लगातार बढ़ रहा कटौती का ग्राफ

15 मई को 60 लाख यूनिट बिजली की कटौती

16 मई को 35 लाख यूनिट की कटौती

17 मई को 60 लाख यूनिट बिजली कटौती

18 मई को 40 लाख यूनिट बिजली की कटौती

19 मई को 21 लाख यूनिट बिजली की कटौती