साधुओं की सुरक्षा और मुख्यमंत्री ममता के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हाई कोर्ट में याचिका

कोलकाता, 22 मई (हि.स.)। विश्व हिंदू परिषद ने साधु-संतों की सुरक्षा की मांग को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। परिषद ने अपनी जनहित याचिका में हाई कोर्ट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का भी अनुरोध किया है। मुख्य न्यायाधीश शिवगणनम की खंडपीठ इस मामले की सुनवाई करेगी।

विहिप के पूर्वी क्षेत्रीय संयोजक ने बुधवार को कहा कि भारत सेवाश्रम में महाराजाओं और भिक्षुओं के बारे में मुख्यमंत्री बनर्जी की टिप्पणियों के कारण जगह-जगह साधु-संतों पर हमले हो रहे हैं। परिणामस्वरूप, बंगाल के भिक्षु खतरे में हैं। उनका सवाल, ”इस स्थिति के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जाती ?”

संयोग से हाल ही में मुख्यमंत्री बनर्जी ने आरामबाग की बैठक में भारत सेवाश्रम और रामकृष्ण मिशन का नाम लेकर साधु-संतों की भूमिका पर सवाल उठाए थे। बहरामपुर के कार्तिक महाराज का जिक्र करते हुए ममता ने यह भी कहा, ”कुछ साधु संन्यासी राजनीति कर देश को बर्बाद कर रहे हैं।”

मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी पर खूब हंगामा हुआ। हालांकि बिष्णुपुर की जनसभा के अगले दिन ममता ने कहा, “मैं भारत सेवाश्रम या रामकृष्ण मिशन का सम्मान करती हूं। मैंने विशेष रूप से कार्तिक महाराज का उल्लेख किया।”