आयुर्वेद और एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति को एक साथ जोड़कर मरीजों का हो रहा उपचार

धमतरी, 20 मई (हि.स.)।कलेक्टर नम्रता गांधी द्वारा जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में अभिनव पहल करते हुए आयुर्वेदिक और एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति को एक साथ जोड़कर मरीजों का उपचार कर लाभान्वित किया जा रहा है। कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले में स्वास्थ्य एवं आयुष विभाग द्वारा एकीकृत स्वास्थ्य प्रणाली विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।

यह पहली बार है, जब दोनों विभाग स्वास्थ्य की दिशा में संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। सुप्रजा कार्यक्रम के तहत गर्भवती माताओं के उत्तम स्वास्थ्य एवं बेहतर संतान प्राप्ति के लिए काउंसिलिंग, गर्भ संस्कार, मासानुमासिक आहार-विहार आदि कार्य आयुष और स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से किया जा रहा है।

कलेक्टर की पहल पर जिले में इस कार्य को करने के लिए स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग का अमला भी लगा हुआ है। इसके तहत ऐसे रोगी जिनका मधुमेह अथवा रक्तचाप नियंत्रित नहीं हो रहा है, उनको क्रास रेफरल के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है। पोषण पुनर्वास केंद्रों में औषधिपान, अभ्यंग एवं स्वर्ण प्रासन्न के माध्यम से शिशुओं के स्वास्थ्य का परिरक्षण दोनों विभाग के परस्पर समन्वय से हो रहा है।