बड़वानी, 20 मई (हि.स.)। दुनिया गर्म हो रही है और ऐसा ही चलता रहा तो इंसान के लिए बढ़ती गर्मी में रहना मुश्किल होता चला जाएगा और एक समय ऐसा आएगा जब हमारी पृथ्वी इंसानों के रहने लायक नहीं बचेगी। ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते असर को कम करने के उद्देश्य से सोमवार को न्यायाधीशों ने नो कार डे मनाया। इस मौके पर प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष आनंद कुमार तिवारी तथा प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश संध्या श्रीवास्तव, मुख्य न्यायिका मजिस्ट्रेट सीता कन्नोजे स्कूटर से न्यायालय पहुंचे।
प्रधान जिला न्यायाधीश आनंद कुमार तिवारी ने सभी से अपील कि है कि जहां पर दो पहिया से काम हो सकता है, वहां पर चार पहिया वाहन का उपयोग नहीं करना चाहिए। यदि एक दिन हम गाड़ी का उपयोग नहीं करेंगे तो वाहनों से निकलने वाली गैसें वातावरण में नहीं फैलेंगी। इससे तपिश कम होगी और ऊर्जा की भी बचत होगी।
उन्होंने कहा कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए पैदल चलना या साइकिल से यात्रा करना चाहिए, अत्याधिक वाहनों के उपयोग से सड़क परिवहन से यातायात जाम, पार्किंग जैसी समस्याएं होती हैं, उससे भी निजात पाया जा सकता है। यदि आपके आसपास अन्य अधिकारी अथवा कर्मचारी निवास करता है, तो उनसे सम्पर्क कर एक साथ एक ही वाहन में कार्यालय आया और जाया जा सकता है। यदि कूलर से काम हो सकता है, तो हमें एसी का उपयोग नहीं करना चाहिए, ताकि उर्जा बचाई जा सके। इस अवसर पर जिला विधिक सहायता अधिकारी दिलीपसिंह मुजाल्दा, उपस्थित थे।