हरे और लाल सेब: मधुमेह रोगी अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करते हैं जिनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित करने में मदद मिलती है। आपने अक्सर डॉक्टरों को मधुमेह रोगियों को दिन में एक सेब खाने की सलाह देते हुए देखा होगा (Diabetes Mein Seb Khana Chahiye)।
क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा कम होती है और यह ब्लड शुगर को बढ़ाता नहीं है। लेकिन, यहां यह जानना जरूरी है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए लाल सेब ज्यादा फायदेमंद है या हरा सेब? दरअसल, हरे सेब की अपनी खासियत होती है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। तो क्या मधुमेह रोगियों को अपने आहार में लाल सेब या हरा सेब शामिल करना चाहिए? हमने इस बारे में डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की। जानने के लिए पढ़ें ये आर्टिकल.
डायबिटीज में लाल सेब खाने के फायदे
विशेषज्ञों के मुताबिक, डायबिटीज के मरीज लाल सेब खा सकते हैं। इसे एक अच्छे नाश्ते के विकल्प के तौर पर खाया जा सकता है. क्योंकि इसमें फाइबर होता है. फाइबर का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने में मदद करता है। इसके अलावा यह इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
इतना ही नहीं, सेब में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और यह वजन को संतुलित बनाए रखने में भी मददगार साबित होता है। इस तरह देखा जाए तो मधुमेह रोगी सेब को अपने संतुलित आहार का हिस्सा बना सकते हैं।
मधुमेह में हरा सेब खाने के फायदे
मधुमेह में हरा सेब भी खाया जा सकता है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है. हरे सेब में मौजूद फाइबर का सेवन करने से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। यह टाइप-2 मधुमेह के खतरे को कम करने में योगदान दे सकता है। इतना ही नहीं, हरे सेब एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर होते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट और प्राकृतिक शर्करा भी होती है। कार्बोहाइड्रेट मधुमेह रोगियों को पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रख सकते हैं। इसके अलावा, हरे सेब में ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जो इसे मधुमेह रोगियों के लिए अधिक फायदेमंद बनाता है।
मधुमेह रोगियों के लिए कौन सा सेब सर्वोत्तम है?
दरअसल, मधुमेह रोगी हरे और लाल दोनों तरह के सेब खा सकते हैं। मधुमेह के रोगी अपनी पसंद और आवश्यकता के अनुसार किसी एक का चयन कर सकते हैं।
लेकिन, लाल सेब की तुलना में हरे सेब को मधुमेह के रोगियों के लिए बेहतर विकल्प माना जा सकता है। क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लाल सेब से कम होता है। हरे सेब में लाल सेब की तुलना में अधिक पोषक तत्व होते हैं। यही कारण है कि हरे सेब को टाइप-2 मधुमेह रोगियों के लिए एक अच्छा विकल्प माना जाता है।