दुनिया पर एक बार फिर कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है. सिंगापुर में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों ने दुनिया के अन्य देशों में भी डर पैदा कर दिया है। आ गई है कोरोना वायरस की नई लहर, क्या दुनिया में फिर तबाही मचाएगा कोरोना? ऐसे कई सवाल लोगों के मन में हो रहे हैं. तो इन सब बातों के बीच सिंगापुर में कोरोना मरीजों की संख्या चौंकाने वाली है. यहां कोविड-19 की नई लहर देखने को मिल रही है. कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. 5 से 11 मई के बीच 26 हजार मामले सामने आए हैं. सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है.
सिंगापुर में कोरोना की नई लहर का आगमन
जानकारी के मुताबिक सिंगापुर में कोरोना वायरस की नई लहर की शुरुआत देखी जा रही है. सिंगापुर में लगातार मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। अगले दो से चार सप्ताह में कोरोना के मामले अपने चरम पर पहुंच सकते हैं। इसका साफ मतलब है कि सिंगापुर में जून के मध्य और अंत के बीच कोरोना वायरस की नई लहर देखने को मिलेगी।
सिंगापुर में हर दिन 250 कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 5 से 11 मई के बीच कोविड-19 मामलों की औसत संख्या पिछले सप्ताह के 13,700 मामलों की तुलना में बढ़कर 25,900 हो गई। कोरोना महामारी के दैनिक मामले 181 से बढ़कर 250 के करीब पहुंच गये हैं. तो ये अब सिस्टम के लिए चिंता का विषय बन गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को दी सलाह
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अस्पताल में बिस्तर क्षमता को बचाने के लिए नए उपाय किए जा रहे हैं. सार्वजनिक अस्पतालों को वैकल्पिक सर्जरी और अन्य प्रक्रियाओं को कम करने की सलाह दी गई है। मरीजों को संक्रामक रोग सुविधाओं में स्थानांतरित करने के लिए कहा जाता है। साथ ही हल्के से बीमार व्यक्ति को घर पर ही देखभाल करने को कहा गया है।
वरिष्ठ नागरिकों या गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को चेतावनी दी कि गंभीर बीमारी का सबसे अधिक खतरा 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, कमजोर लोगों और बुजुर्गों को सावधान रहना चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि एक हजार बेड की क्षमता वाला अस्पताल बनकर तैयार है. ताकि भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक तैयारी न करनी पड़े।
उन्होंने सिंगापुरवासियों से बीमार होने पर मास्क पहनने, घर पर रहने और टीकाकरण कराने को कहा। उन्होंने आगे कहा कि वरिष्ठ नागरिकों, गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को साल में एक बार टीका लगाया जाना चाहिए। इसका उल्लेख करना ज़रूरी है क्योंकि वे जल्दी संक्रमित हो सकते हैं।