पंकज उधास की जयंती: 70 के दशक में शुरू हुई थी गजल सम्राट की प्रेम कहानी

गजल सम्राट पंकज उधास का आज 73वां जन्मदिन है. पंकज साहब आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी यादें हमेशा लोगों के जेहन में रहेंगी. पंकज उधास एक ऐसा नाम है जिसे सिनेमा ही नहीं बल्कि कोई भी देशवासी कभी नहीं भूल सकता। इसी साल 26 फरवरी को पंकज साहब का 72 साल की उम्र में पैंक्रियाटिक कैंसर से निधन हो गया। आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर हम आपको उनकी खूबसूरत प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक पड़ोसी से शुरू हुई थी।

इस प्रेम कहानी की शुरुआत 70 के दशक में हुई थी

अगर हम पंकज साहब की प्रेम कहानी की बात करें तो यह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। सभी जानते हैं कि पंकज उधास साहब ने प्रेम विवाह किया था और उन्हें अपने प्यार को पाने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। उनकी प्रेम कहानी 70 के दशक में शुरू हुई और इसमें उनके पड़ोसी ने प्रमुख भूमिका निभाई। जी हां, पंकज उधा की फरीदा से पहली मुलाकात उनके पड़ोसी ने कराई थी। उस वक्त पंकज ग्रेजुएशन कर रहे थे और फरीदा एयर होस्टेस थीं।

 

धर्म की दीवार बीच में आ गई

ये मुलाकात जल्द ही दोस्ती में बदल गई और दोनों अच्छे दोस्त बन गए. इसके बाद दोनों एक साथ समय बिताने लगे और प्यार हो गया। इसके बाद उन्होंने शादी करने का फैसला किया, लेकिन दोनों में से कोई भी परिवार इसके लिए राजी नहीं हुआ। दरअसल पंकज साहब हिंदू थे और फरीदा पारसी परिवार से थीं, इसलिए दोनों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

प्यार के आगे परिवार झुक गया

हालाँकि दोनों के परिवारों ने इस रिश्ते के लिए मना कर दिया था, लेकिन पंकज और फ़रीदा दोनों ही अपने परिवार के बिना शादी नहीं करना चाहते थे। ऐसे में दोनों ने फैसला किया कि वे परिवार की सहमति से ही शादी करेंगे। इसके बाद दोनों के परिवारों को उनके प्यार के आगे झुकना पड़ा और उन्होंने शादी कर ली। आज उनकी दो बेटियां हैं, रेवा और नायब।

 

 

गजल सम्राट पंकज उधास

पंकज उधास न सिर्फ अपनी प्रेम कहानी के नायक थे बल्कि सुर के नायक भी थे। पंकज साहब की आवाज़ हमेशा लोगों के दिलों को छूती रही। इसके लिए उन्होंने कई खिताब भी जीते हैं. दुनियाभर से प्यार पाने वाले गजल सम्राट पंकज उधास अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगी।