राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पारा 42 पार, अभी और ऊपर जाएगा तापमान

नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए इस साल की 16 मई सबसे गरम रही। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। गुरुवार इस मौसम का सबसे गरम दिन दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज और कल तापमान इससे भी ऊपर चले जाने का पूर्वानुमान जारी किया है। शनिवार को लू चलने का भी पूर्वानुमान भी है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक 42.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह इस सीजन में अभी तक का सर्वाधिक है। इससे पहले आठ मई को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 24.8 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 65 प्रतिशत से 25 रहा। मुंगेशपुर दिल्ली का सर्वाधिक गरम इलाका रहा। यहां का अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

विभाग का पूर्वानुमान है कि आज आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, लेकिन धूप भी खिली रहेगी। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 43 और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। शनिवार को राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर लू चलने की संभावना है। अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के आसार हैं। विभाग के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान पालम में 43.5, आयानगर में 43.5, जाफरपुर में 43.7,नजफगढ़ में 44.2, मुंगेशपुर में 44.4, पीतमपुरा में 44.2 और पूसा में 44.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। अच्छी बात यह है कि इस साल मानसून की दस्तक समय से एक दिन पहले होने के आसार हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग कह चुका है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 31 मई के आसपास केरल में दस्तक देने की उम्मीद है। दक्षिण-पश्चिम मानसून आम तौर 1 जून को केरल में प्रवेश करता है। इसके बाद यह आमतौर पर उत्तर की ओर बढ़ता है और 15 जुलाई के आसपास पूरे देश में फैल जाता है। पिछले महीने, विभाग ने जून से सितंबर तक चलने वाले दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसम के दौरान सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया था। जून और जुलाई को कृषि के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानसूनी महीना माना जाता है। इस अवधि में खरीफ फसल की बुआई होती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस साल औसत से अधिक मानसूनी बारिश का अनुमान जताया है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. रविचंद्रन ने कहा है कि इस साल औसत बारिश 106 फीसदी होने की उम्मीद है।