हार्ट अटैक से कैसे बचें: हार्ट अटैक अचानक नहीं आता। दिल के दौरे से बचने के लिए स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली के साथ-साथ इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है।
पिछले कुछ सालों में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं। डांस करते समय या जिम जाते वक्त दिल का दौरा पड़ने से लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। हाल ही में प्रयागराज के हंडिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात 50 वर्षीय फार्मासिस्ट की चलती कार में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। कार वह खुद चला रहा था। जब उसे घबराहट होने लगी तो उसने कार सड़क के किनारे खड़ी कर दी। इसी दौरान उसकी सांसें थम गईं।
हालांकि लोग आमतौर पर दिल के दौरे को अचानक होने वाली चिकित्सीय स्थिति समझ लेते हैं, लेकिन असल में इसके लक्षण घंटों या हफ्तों नहीं बल्कि 30 दिन पहले ही दिखने लगते हैं। ऐसे में अगर इस पर नजर रखी जाए तो हार्ट अटैक से होने वाली मौत के खतरे को कई गुना तक कम किया जा सकता है।
दिल का दौरा पड़ने के शुरुआती लक्षण
एनसीबीआई की एक स्टडी के मुताबिक , हार्ट अटैक का इलाज करा रहे 41 फीसदी लोगों में एक महीने पहले से ये लक्षण दिख रहे थे-
- छाती में दर्द
- सीने में भारीपन महसूस होना
- तेजी से दिल धड़कना
- सांस की तकलीफ
- पेट में जलन
- थकान
- नींद से जुड़ी समस्याएं
हार्ट अटैक से कैसे बचें
जब दिल का दौरा पड़ रहा हो, तो इसे रोकने के लिए कोई कुछ नहीं कर सकता। हालाँकि, कुछ चीजें हैं जो लोग दिल का दौरा पड़ने से बचने के लिए कर सकते हैं। इनमें स्वस्थ भोजन करना, शारीरिक रूप से सक्रिय रहना, धूम्रपान न करना और भरपूर नींद लेना शामिल है।
अपने आहार में हृदय को मजबूत बनाने वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें
आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मछली – सैल्मन, टूना, लीन मीट, अंडे, नट्स, बीज और सोया उत्पाद, बीन्स, दाल, चना, काली मटर और हरी सब्जियां शामिल करने से दिल को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
स्वस्थ हृदय की क्या पहचान है?
यदि आप सीने में दर्द, जकड़न या सांस लेने में कठिनाई के बिना ब्रिक्स वॉक जैसी मध्यम तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि कर सकते हैं, तो इसका मतलब है कि आपका हृदय प्रणाली आपके शरीर को आवश्यक ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है। जो एक स्वस्थ दिल की पहचान है. इसके अलावा नियमित जांच कराना भी जरूरी है।