जबलपुर, 16 मई (हि.स.)। कृषि में ड्रोन तकनीकी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत गुरुवार को किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा पाटन विकासखण्ड के ग्राम उड़ना सड़क के किसान ओंकार पटेल के खेत में ड्रोन से कीटनाशक दवा के छिड़काव का प्रदर्शन किया गया। कृषि अधिकारियों और आसपास के किसानों की मौजूदगी में हुए इस प्रदर्शन में जिले के पहले ड्रोन पायलट पाटन के नीलेश पटेल ने ड्रोन के माध्यम से कीटनाशक दवा का छिड़काव किया।
इस अवसर पर किसानों को बताया गया कि ड्रोन से एक एकड़ फसल पर लगभग 8 से 10 मिनट में तरल उर्वरक एवं कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है। इससे जहाँ समय की बचत होती है, वहीं फसलों पर एक समान छिड़काव होने से कीटनाशक और उर्वरक की मात्रा भी कम लगती है। सीधे फसल की पत्तियों पर छिड़काव होने से जमीन की उर्वरा शक्ति भी नष्ट नहीं होती है।
मौके पर मौजूद अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन डॉ इंदिरा त्रिपाठी ने बताया कि सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, सीमांत कृषकों एवं महिला कृषकों को ड्रोन क्रय करने के लिये शासन द्वारा पचास प्रतिशत एवं अधिकतम 5 लाख रुपये तथा अन्य कृषकों को चालीस प्रतिशत एवं अधिकतम 4 लाख रुपये तक अनुदान दिया जाता है। इसके अतिरिक्त फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी को ड्रोन क्रय करने पर 75 प्रतिशत एवं अधिकतम साढ़े सात लाख रुपये तक के अनुदान की पात्रता है।
ड्रोन प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एस के यादव, कृषि विकास अधिकारी जेपी त्रिपाठी भी मौजूद थे । इस अवसर पर ड्रोन से उर्वरक और कीटनाशकों का छिड़काव कराने के इच्छुक कृषकों में गोपाल दास साहू, रोहिणी बादल, निमित्त पटेल, विनीत पटेल, निखिल साहू, पवन पटेल, राज बहादुर पटेल, शंभू पटेल, भगवती यादव, लक्ष्मी पटेल, अरुण पटेल एवं महेंद्र पटेल सहित अन्य कृषकों ने अपना नामांकन कराया।