नारायणपुर, 16 मई (हि.स.)। कांग्रेस नेता विक्रम बैस हत्याकांड का पुलिस ने आज गुरुवार को खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के आरोपितों ने आपसी रंजिश के चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। विक्रम बैस हत्याकांड में शामिल छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं मुख्य आरोपित मनीष राठौर फरार है।
आरोपितों में विश्वजीत नाग निवासी थाना बेलघड़िया जिला कलकत्ता (पं.ब.), संदीप यादव निवासी बोरसी थाना पद्मनाभपुर जिला दुर्ग, राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी निवासी मीरगंज जिला गोपालगंज बिहार, सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम निवासी थाना कोतवाली सेक्टर 06 जिला दुर्ग, जसप्रीत सिंह उर्फ पोतू निवासी बंगलापारा नारायणपुर और विवेक अधिकारी उर्फ सिदाम निवासी नारायणपुर को पुलिस ने अलग-अलग जगह से गिरफ्तार कर हत्या की वारदात में इस्तेमाल किए गये पिस्टल, गंडासा, दोपहिया वाहन और आरोपितों के मोबाइल जब्त किया गया है। वहीं विक्रम बैस हत्याकांड की साजिश रचने वाला मुख्य आरोपित मनीष राठौर व अन्य फरार आरोपितों की पुलिस तलाश कर रही है।
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने गुरुवार को खुलासा करते हुए बताया कि 13 मई की रात में अज्ञात लोगों ने कांग्रेस नेता विक्रम बैस की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के आरोपियों को पकड़ने के लिए साइबर टीम और पुलिस की अलग-अलग टीम का गठन किया गया था। सीसीटीवी फुटेज व साइबर एनालिसिस के आधार पर मनीष राठौर निवासी नारायणपुर का नाम सामने आया। मनीष राठौर, जसप्रीत सिंह सिद्द्धू, विश्वजीत नाग, विप्लव और विवेक अधिकारी ने लगभग डेढ़ महीने पहले हत्या की साजिश रची थी।
उन्होंने बताया कि मनीष राठौर ने भिलाई के इंडियन कॉफी हाउस में पिस्टल खरीदने और हत्या के वारदात की योजना बनाने के लिए विश्वजीत नाग, राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी, संदीप यादव उर्फ संजू और सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम के साथ बैठक की। हत्या के लिए पिस्टल जिला सिवान बिहार से लाया गया था। घटना को अंजाम देने से पहले दो दिनों तक आरोपितों ने विक्रम बैस की रेकी की थी। घटना के दिन विक्रम बैस को अकेला पाकर आरोपित संदीप यादव और विश्वजीत नाग ने मिलकर गंडासा से वार कर और पिस्टल से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद पिस्टल को मनीष राठौर के गोदाम में छुपा दिया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपितों से पूछताछ के दौरान जिले में पत्रकारों को धमकी देने के मामले का भी खुलासा हुआ। इसमें मनीष राठौर द्वारा धमकी भरे पत्र का लिखा जाना व विश्वजीत नाग द्वारा इसे पोस्ट किए जाने का पता लगा है। जिले में किशोर आर्या परिवहन संघ अध्यक्ष को धमकी भरा पत्र व नक्सलियों के नाम पर धमकी भरे बैनर व पत्र भेजकर लोगों को आतंकित करने का काम भी इसी गैंग द्वारा किया जा रहा था।