नकली और असली दूध: दूध हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और अधिकांश घरों में हर दिन दूध होता है। कुछ लोग पैकेट वाला दूध ऑर्डर करते हैं तो कुछ लोग गाय या भैंस का दूध खरीदते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजकल नकली और मिलावटी दूध का कारोबार बढ़ रहा है, जो बहुत हानिकारक है।
तो आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप मिनटों में घर पर ही नकली और मिलावटी दूध की पहचान कर सकते हैं।
स्वाद से पहचानें
असली दूध का स्वाद थोड़ा मीठा होगा. आपको दूध को सूंघना चाहिए, अगर दूध में मीठी खुशबू आ रही है तो यह शुद्ध है और अगर इसमें साबुन या डिटर्जेंट जैसी गंध आ रही है तो आपको समझ जाना चाहिए कि इसमें मिलावट की गई है।
रंग से पहचानें
असली दूध दूधिया रंग का होता है और उबालने और भंडारण के बाद भी दूधिया और सफेद रंग का ही रहता है। वहीं, नकली और मिलावटी दूध भंडारण के कुछ घंटों के भीतर ही पीला पड़ने लगता है। अगर इसे उबालकर भी रखा जाए तो इसका दूधिया रंग बदलकर पीला हो जाएगा। दरअसल दूध में पीलापन यूरिया के कारण होता है, जो इसे गाढ़ा करने के लिए मिलाया जाता है जो सेहत के लिए खतरनाक है।
बूंदों से पहचानें
आप किसी काली सतह पर दूध की एक या दो बूंद डालें। दूध नीचे आकर एक लकीर छोड़ देगा. यदि यह मोटी सफेद रेखा बनाती है तो दूध असली और शुद्ध है और यदि रेखा पारदर्शी हो जाती है तो समझ लें कि दूध में पानी मिलाया गया है।
झाग से पहचानें –
कांच की बोतल में थोड़ा सा यानी एक चम्मच दूध डालें और उसे जोर-जोर से हिलाएं। अगर दूध में झाग आ जाए और कुछ देर बाद झाग बैठ जाए तो इसका मतलब है कि दूध में डिटर्जेंट मिलाया गया है। यदि दूध में झाग न बने तो उसे शुद्ध माना जा सकता है।