सोनीपत: सहायक पंप आपरेटर दलबीर को चोरी करके लगाया गया था इंजेक्शन

सोनीपत, 15 मई (हि.स.)। गन्नौर में सहायक पंप आपरेटर दलबीर की मौत के मामले में गिरफ्तार आरोपित नवीन व सुषमा छह महीने पहले ही एक दूसरे से मिले थे। नवीन छह महीने पहले ही सोनीपत के एक निजी अस्पताल के वार्ड ब्वाय के साथ सुषमा स्टाफ नर्स के साथ प्यार की पींग बढी और फिर हत्या करने की साजिश रची।

पुलिस के द्वारा गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ के दौरान बुधवार को खुलासा किया है कि उनकी एक दूसरे से दोस्ती हुई और कुछ ही दिनों में दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन अलग-अलग जाति अलग थी नवीन को डर था कि उसके पिता दलबीर व भाई परमिंदर उनकी शादी के लिए नहीं मानेंगे। इसी डर की वजह से उसने अपने पिता व भाई को रास्ते से हटाने की साजिश सची। 12 मई को जब नवीन ड्यूटी पर गया तो उसने अस्पताल से एटरा क्यूरियम इंजेक्शन चुरा लिया। अपने घर ले आया। उसे पता था कि यह इंजेक्शन जनरल एनेस्थीसिया के तौर पर काम में लाया जाता है। यदि इसे अधिक मात्रा में मरीज को दे दिया जाए तो उसकी जान जा सकती है। सुषमा को इस योजना में शामिल किया और उसे कैंसर का टीकाकरण करने के बहाने अपने घर भेज दिया।

नवीन घर के बाहर अपनी गली में खड़ा रहा। सुषमा उसके पिता व भाई को इंजेक्शन लगाने के लिए उनके घर स्वास्थ्य कर्मी बन कर आई। सुषमा ने नवीन के पिता को इंजेक्शन की ओवरडोज लगा दी, लेकिन उसके भाई ने इंजेक्शन लगवाने से मना कर दिया। इंजेक्शन लगाने के बाद नवीन ने सुषमा को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा कर गांव उदेशीपुर तक छोड़ा। इस दौरान वह गांव के अड्डे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। जिस वजह से उनके षडयंत्र का पुलिस खुलासा कर पाई। थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपितों को दो दिन के रिमांड पर ले रखा है। पुलिस दोनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है। आरोपितों से इंजेक्शन बरामद करने का प्रयास कर रही है। गुरुवार को उनका रिमांड समाप्त होगा।