नागपुर, 15 मई (हि.स.)। भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सदस्य तथा गो-विज्ञान अनुसंधान केन्द्र के न्यासी सुनील मानसिंहका ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर गोवंश रक्षा की अनिवार्यता और गोविज्ञान पर चर्चा की। पूर्व राष्ट्रपति के दिल्ली स्थित आवास पर हुई इस मुलाकात के अवसर पर गायत्री परिवार के (इंदौर) वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
मुलाकात को लेकर सुनील मानसिंहका ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक समान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनकी कृषि तथा गो-पालन में काफी रूचि भी है। नतीजतन इस मुलाकात के समय मानसिंहका ने पूर्व राष्ट्रपति को गो-विज्ञान से जुड़े वैज्ञानिकों का योगदान, भारतीय गो-वंश की महत्ता, गो आधारित जैविक कृषि, पंचगव्य आयुर्वेदिक चिकित्सा तथा इससे जुड़े क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान के बारे में जानकारी भी दी।
मानसिंहका ने बताया कि रामनाथ कोविंद ने सारे विषय तथा इस क्षेत्र में चल रहे अनुसंधान को बारिकी से समझा। पूर्व राष्ट्रपति ने कृषि प्रधान भारत को सुजलाम-सुफलाम बनाने के लिए गो-वंश के योगदान पर बल दिया। बकौल मानसिंहका- रामनाथ कोविंद ने गो-विज्ञान पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी में हिस्सा लेने के लिए अपनी सहमति जताई है।
इस मौके पर सुनील मानसिंहका ने पूर्व राष्ट्रपति को गो-विज्ञान संबंधी साहित्य भेंट किया। मानसिंहका ने बताया कि चर्चा के दौरान रामनाथ कोविंद ने गो-आधारित ग्राम विकास और गो-अनुसंधान में गहरी रूचि जताई।